अमरकंटक में जल गंगा अभियान के तहत जल श्रोतों की साफ सफाई करते अधिकारी कर्मचारीगण,नर्मदा में फैली जल कुंभी अब पूरी तरह से होगी समाप्त - शिवप्रसाद,,संवाददाता / श्रवण उपाध्याय

अमरकंटक में जल गंगा अभियान के तहत जल श्रोतों की साफ सफाई करते अधिकारी कर्मचारीगण,नर्मदा में फैली जल कुंभी अब पूरी तरह से होगी समाप्त - शिवप्रसाद
अमरकंटक / मां नर्मदा की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में राज्य शासन के दिशा निर्देशानुसार 30 मार्च से 30 जून 2025 तक जल गंगा संवर्धन के तहत जल श्रोतों के स्थानों पर साफ सफाई प्रारंभ कर अभियान चलाया जा रहा है । अमरकंटक के मुख्य नगर पालिका अधिकारी शिवप्रसाद की देखरेख में रोजाना अमरकंटक के अनेक जल श्रोतों की जगहों पर नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारियों की टोली साफ सफाई पर प्रातः लगकर दायित्व का निर्वहन कर रही है । यह अभियान जन सहभागिता के साथ चलाया जाना भी है , लाउडस्पीकर माध्यम से नगर में भ्रमण कर सूचना भी दी जा चुकी है । लेकिन नगर के जनमानस अभी इसमें रुचि नहीं ले पा रहे है । बीच में अध्यक्ष और कुछ पार्षद अपनी सहभागिता निभा गए है । नगर परिषद के कर्मचारियों से इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने दबे जुबान से बताया कि साफ सफाई में एकाद दिवस छोड़ दिया जाय तो उसके बाद कोई भी नगर का जनप्रतिनिधियों या जनमानस आदि कोई भी रुचि लेते नहीं देखा गया ।
इस अभियान के तहत अमरकंटक नगर परिषद के अधिकारी , कर्मचारीयों के देखरेख में लगातार निकाय के अंतर्गत तीस मार्च से तीस जून तक अभियान चला कर श्रमदान के माध्यम से सरोवरों , कुआं , जलाशयों एवं मुख्य जल श्रोतों के स्थलों पर प्रमुखता से साफ सफाई कराई जा रही है । आज नर्मदा के दक्षिण तट पुष्कर डैम के पास घाटों की सफाई , घास , गाद , जल कुंभी आदि जलो से निकाल कर सफाई की गई ।
अमरकंटक नगर परिषद के सीएमओ शिवप्रसाद धुर्वे ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत यह साफ सफाई का कार्य चल रहा है । अमरकंटक के नर्मदा नदी पर जलकुंभी भारी मात्रा में है जिसकी साफ सफाई लेवर लगाकर पूरी तरह से समाप्त करने की मंशा से निकाली जा रही है । यह जलकुंभी नर्मदा डैम के जल पर अपना पूरा कब्जा कर लिया था पर अब धीरे धीरे समाप्त हो रही है ।