पानी की किल्लत पर लगाम – दिल्ली में उतरे 1000 हाईटेक वॉटर टैंकर

पानी की समस्या को खत्म करने और राजधानी के लोगों को समय पर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, दिल्ली सरकार एक बड़ी पहल शुरू करने जा रही है. 20 अप्रैल (रविवार) को बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड से 1,000 जीपीएस सिस्टम से लैस पानी के टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, जिन्हें राजधानी भर में तैनात किया जाएगा. इन टैंकरों को उन क्षेत्रों में भेजा जाएगा, जहां पानी की भारी कमी है या जहां पाइप से पानी की आपूर्ति संभव नहीं है. हर टैंकर में हाईटेक जीपीएस टेक्नोलॉजी लगी है, जिससे रियल टाइम पर ट्रैकिंग की जा सकती है.
इन टैंकरों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए एक अत्याधुनिक कमांड सेंटर स्थापित किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी समय पर और पारदर्शी तरीके से इच्छित स्थानों पर पहुंचे.
पीएम मोदी के सपने को करेंगे साकार
इस दौरान दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सभी को समय पर पानी’ के सपने को साकार करने के लिए पूरी लगन से काम कर रहे हैं. दिल्ली को जल संकट से मुक्त करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. जीपीएस से लैस टैंकरों की तैनाती पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही का प्रतिनिधित्व करती है.
दिल्ली जल मंत्रालय की रणनीति
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता यह सुनिश्चित करना है कि राजधानी में कोई भी नागरिक पानी से वंचित न रहे. सरकार हर कॉलोनी, बस्ती और मोहल्ले तक पानी पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. यह पहल शहर की जल वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिल्ली जल मंत्रालय की रणनीति का हिस्सा है.
चोरी की सख्त निगरानी
इसमें पानी की चोरी, बर्बादी और अनियमित वितरण की सख्त निगरानी भी शामिल है. कमांड सेंटर के पास टैंकरों के स्थान, डिलीवरी के समय और आवाजाही की गति सहित वास्तविक समय के संपूर्ण डेटा तक पहुंच होगी. दिल्ली सरकार का यह प्रयास इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे टेक्नोलॉजी नागरिक सेवाओं को बेहतर बना सकती है. जीपीएस टैंकर पहल से राजधानी की जल आपूर्ति सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही का नया मानक स्थापित होने की उम्मीद है.