दिल्ली के सीलमपुर इलाके में हुए सनसनीखेज मर्डर केस में हर रोज़ नए खुलासे सामने आ रहे हैं। इस केस की सबसे चौंकाने वाली कड़ी जुड़ी है एक सोशल मीडिया पोस्ट से — जिसे कुनाल नाम के युवक ने अपनी प्रोफाइल पर शेयर किया था, और जिसे देखने के बाद कथित तौर पर जिकरा के दिमाग में खून खौल उठा।

क्या था उस पोस्ट में?

हालांकि पुलिस ने अभी तक उस पोस्ट का पूरा विवरण सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन स्थानीय सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पोस्ट में जिकरा को ‘नकली डॉन’, ‘सस्ती शेरनी’ जैसे शब्दों से ट्रोल किया गया था। यही नहीं, उस पोस्ट पर कुछ पुरानी तस्वीरों और एक संदिग्ध वीडियो लिंक का ज़िक्र भी किया गया था — जो शायद जिकरा के अतीत या निजी जिंदगी से जुड़ा था।

सोशल मीडिया की जंग बनी जानलेवा

कहा जा रहा है कि जिकरा की छवि को खराब करने के लिए कुनाल ने जानबूझकर पोस्ट लिखा था। पोस्ट पर आए हजारों कमेंट्स और मीम्स ने जिकरा को इंटरनेट पर मज़ाक का पात्र बना दिया। उसके गैंग में भी ये बात फैल गई, जिससे उसकी 'डॉन' वाली इमेज को ठेस पहुंची।

कैसे पहुंची बात कत्ल तक?

  • पोस्ट पढ़ने के बाद जिकरा ने कुनाल को कॉल किया, और उसे बातचीत के बहाने एक सुनसान गली में मिलने बुलाया।

  • बताया जा रहा है कि वो अकेली नहीं गई थी — उसके साथ दो और लोग थे।

  • वहीं पर दोनों के बीच तीखी बहस हुई, और फिर माइक्रो सेकंड्स में खून बहा — जिकरा ने चाकू से कुनाल पर वार कर दिया।

  • वारदात के बाद जिकरा मौके से फरार हो गई, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसे कुछ ही घंटों में धर दबोचा।

सोशल मीडिया बना अपराध की नई वजह?

इस केस ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट, किसी की जान ले सकती है?
जिकरा को जिस तरह एक पोस्ट ने उकसाया, वह बताता है कि डिजिटल दुनिया में ‘शब्दों की गोली’ भी असली गोली जितनी खतरनाक हो सकती है।

पुलिस जांच जारी है और अब साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से यह पता लगाया जा रहा है कि पोस्ट कब और कैसे किया गया था, और क्या इसके पीछे कोई और उकसाने वाला भी था।