भोपाल: राजस्थान की सीमा से लगे एमपी के जिलों के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। अब आयुष्मान कार्ड से झालावाड़ समेत पूरे राजस्थान में निशुल्क इलाज का लाभ उठाया जा सकेगा। एमपी से आने वाले मरीजों को न तो ओपीडी फीस देनी होगी और न ही किसी तरह की जांच के लिए अतिरिक्त पैसे देने होंगे।

3 साल पहले बंद हुई थी सुविधा

दरअसल, करीब तीन साल पहले राज्य सरकार ने बाहरी राज्यों से आने वाले मरीजों के लिए निशुल्क इलाज की सुविधा बंद कर दी थी और इसके लिए शुल्क तय कर दिया था। जिसमें ओपीडी फीस, भर्ती फीस के साथ ही जरूरी दवाओं पर भी शुल्क लगाया गया था। अब इसमें राहत दी गई है। तीन साल बाद राज्य सरकार ने इस पर संज्ञान लेते हुए रोक हटा दी और यहां भी आयुष्मान कार्ड शुरू कर दिया गया है।

इन इलाकों को मिलेगा फायदा

जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज के साथ ही जिले से सटे झालावाड़ और झालरा पाटन में भी मरीजों को निशुल्क इलाज मिलेगा। झालावाड़ के ऑर्थोपेडिक ट्रॉमा सेंटर खांड्या चौराहा, बालाजी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल, संजीवनी मल्टीस्पेशलिटी सेंटर और एलएन मल्टीस्पेशलिटी सेंटर सहित झालावाड़ पाटन के सरदार पटेल हॉस्पिटल में यह निशुल्क इलाज उपलब्ध होगा। आयुष्मान कार्ड हर जगह लागू होगा। जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में कार्ड दिखाने पर ओपीडी शुल्क के साथ ही प्रवेश शुल्क, जांच शुल्क नहीं लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार राजगढ़ जिले के खिलचीपुर, जीरापुर, माचलपुर, छापीहेड़ा, संडायता और राजगढ़ जिला मुख्यालय, कालीपीठ से लोग झालावाड़ में इलाज कराने पहुंचते हैं। राजगढ़ के साथ ही श्योपुर, शिवपुरी, गुना, आगर मालवा, शाजापुर और अन्य आसपास के जिलों के नागरिकों को भी इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

राज्य सरकार की गाइडलाइन

झालावाड़ सीएमएचओ डॉ. साजिद खान ने बताया कि 'राज्य सरकार की गाइडलाइन के बाद आयुष्मान कार्ड की पोर्टेबिलिटी शुरू कर दी गई है। इसमें चुनिंदा अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का इलाज निशुल्क होगा। साथ ही कार्ड दिखाने पर ओपीडी फीस और अन्य प्रकार के टेस्ट चार्ज नहीं लगेंगे। यह व्यवस्था सोमवार से ही लागू कर दी गई है।'

एमपी से प्रतिदिन आ रहे मरीज

जानकारी के अनुसार झालावाड़ सरकारी अस्पताल

  • मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल में 50 से 60 मरीज
  • निजी अस्पतालों में 50 मरीज
  • प्रतिदिन 10 से 12 गर्भवती महिलाएं रेफर होकर आती हैं
  • ओपीडी शुल्क भी शुरू किया गया

अभी तक ये शुल्क तय थे, अब नहीं लगेंगे

  • ओपीडी शुल्क- 10 रुपए
  • प्रवेश शुल्क- 30 रुपए
  • टेस्ट शुल्क- 10-1000 रुपए
  • सीटी स्कैन शुल्क- 900-10000 रुपए