विभिन्न्ा मांगो को लेकर अध्यापक संयुक्त मोर्चा द्वारा किया जा रहा 16 जुलाई को विरोध प्रदर्षन


कोतमा। उपरोक्त मांगों को लेकर अध्यापक संयुक्त मोर्चा के द्वारा क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू किया गया जिसके तहत सभी जिलों में रैली निकाल कर ज्ञापन दिया गया। इसी क्रम में 11 जून को अनूपपुर में ज्ञापन दिया गया था। संयुक्त मोर्चा के प्रदेश के पदाधिकारियो द्वारा संभागीय सम्मेलन की रूप-रेखा तय की गई जिसके तहत 28 मई को सागर संभाग में पहला सम्मेलन किया गया। उसी क्रम में 16 जुलाई को शहडोल में संभागीय सम्मेलन है जिसमे आंदोलन को गति कैसे प्रदान की जाए इस बाबत योजना बनाई जायेगी और अपनी बात शासन तक कैसे प्रभावी तरीके से पहुंचाई जाए इसके लिए भी चर्चा होगी। साथ ही अगस्त माह से भोपाल में होने वाले प्रदर्शन को सफल बनाने की रूप-रेखा भी तय होगी इसलिए सभी अध्यापक साथियों से अपेक्षा है की 16 जुलाई को अधिक से अधिक संख्या में शहडोल पहुंचकर अध्यापक संयुक्त मोर्चा के कार्यक्रम को सफल बनावे। राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त अध्यापक शिक्षक संवर्ग की राज्य के कर्मचारियों की भांति समस्त स्वायतों हेतु पेंशन, ग्रेज्युटी, अर्जित अवकाश का भुगतान आदि में भी प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि की गणना की जावे। अध्यापक शिक्षा संवर्ग की अंशदायी पेंशन के स्थान पर पुरानी विचार पेंशन लागू की जाये, जिससे सम्बंधित को परिवार पेंशन का लाभ मिल सके। 12/24 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले अध्यापक शिक्षकों को क्रमोन्नति समयमान वेतनमान के आदेश जारी किये जाये। विगत वर्षों में दिवंगत हुऐ अध्यापक-शिक्षक संवर्ग के आश्रित परिवारों के सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों का निराकरण नियमों को शिथिल करते हुए शीघ्र किया जायें। छटवे वेतनमान की वेतन विसंगति दिसम्बर 2015 की स्थिति की विद्यमान वेतनमान की स्थिति में तत्स्थानी वेतनमान लागू करते हुए दूर की जाये। साथ ही वेतनमान निर्धारण में अतिरिक्त वेतनवृद्धि, ग्रीनकार्ड एंव 6 माह की सेवा करने राजा के अन्य कर्मचारियों की भांति छटवे वेतनमान की वेतन विसंगति दिसम्बर 2015 की स्थिति की विद्यमान वेतनमान की स्थिति में तत्स्थानी वेतनमान लागू करते हुए दूर की जाये। साथ ही वेतनमान निर्धारण में अतिरिक्त वेतनवृद्धि, ग्रीनकार्ड एंव 6 माह की सेवा अवधि पूर्ण करने पर राज्य के अन्य कर्मचारियों की भांति अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ दिया जायें। प्रदेश में कार्यरत प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक, एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों को उच्च पदों पर पदोन्नति का लाभ दिया जाये। 1 जुलाई 2018 से लागू नवीन शिक्षक संवर्ग में सम्मिलित होने से वंचित शेष सभी अध्यापक संवर्ग को नवीन शिक्षक संवर्ग में सम्मिलित किया जाये। अध्यापक शिक्षक संवर्ग के असामयिक दिवंगत या सेवानिवृत्त होने पर राज्य के अन्य कर्मचारियों की भांति ग्रेज्यूटी का लाभ दिया जाये। अध्यापक शिक्षक संवर्ग को निःशुल्क/कैसलेश चिकित्सा सुविधा लागू की जावे। म.प्र. में एक शैक्षणिक व्यवस्था लागू कर आदिम जाति विभाग के विद्यालयों को स्कूल शिक्षा विभाग में मर्ज किया जाये। वर्ष 2019 की स्थानांतरण निति के तहत अध्यापक/शिक्षक वर्ग के अन्तरविभागी प्रतिनियुक्ति में स्थानांतरित किये गये अध्यापक/शिक्षक वर्ग को वर्तमान में पदस्तथ विभाग में मर्ज किया जावे। माननीय से हमारा विनम्रता पूर्वक अनुरोध है कि उक्त मांगों का निराकरण अति शीघ्र कराने की कृपा करें। अध्यापक/शिक्षक संयुक्त मोर्चा आपका सदैव आभारी रहेगा। मनोहर प्रसाद प्रांताध्यक्ष प्रांतीय शिक्षक संघ, प्रांताध्यक्ष राज्य शिक्षक संघ राकेश दुबे, भरत पटेल प्रांताध्यक्ष शासकीय प्रांताध्यक्ष आजाद अध्यापक शिक्षक संगठन शिक्षक संघ म.प्र. राकेश नायक, प्रांताध्यक्ष राज्य शिक्षक कांग्रेस जैसे विभिन्न संगठनो का संयुक्त सम्मेलन आयोजित है।