बीते दिनों दिल्ली के द्वारका इलाके में अधिवक्ता वीरेन्द्र सिंह की हत्या में शामिल आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने संपत्ति के विवाद और व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते अधिवक्ता की हत्या की है। पुलिस ने आरोपित के पास से एक अत्याधुनिक पिस्टल, 04 देसी पिस्टल व 10 जिंदा कारतूस बरामद किया है।

पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि द्वारका सेक्टर 1 में अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया था। 16 अप्रैल को टीम को जानकारी मिली थी कि आरोपित नरेश उर्फ लाला किसी से मिलने के लिए झरोड़ा कलां गांव आने वाला है।

सूचना के आधार पर दिल्ली के नजफगढ़ के झरोदा गांव के सामुदायिक केंद्र के पास जाल बिछाया गया और रात करीब सवा 11 बजे आरोपी नरेश को टीम ने पकड़ लिया। पुलिस को उसके पास से एक आधुनिक पिस्टल, 4 देसी पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।

पूछताछ में कबूला गुनाह

पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि आरोपित ने पूछताछ के दौरान अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में अपनी संलिप्तता को कबूल लिया। साथ ही आरोपी के पास से बरामद हुए अवैध हथियारों के बाद आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।

संपत्ति विवाद के चलते मारी गोली

पुलिस ने आगे बताया- पूछताछ के दौरान पता चला कि उसके परिवार का वकील वीरेंद्र सिंह से एक संपत्ति को लेकर पुराना विवाद था और इस संबंध में कई सिविल सूट विभिन्न अदालतों में लंबित हैं। 2017 में भी उसने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर अधिवक्ता वीरेंद्र की हत्या का प्रयास किया था, लेकिन वीरेंद्र उस हमले में भागने में सफल रहा।

इसके बाद दोनों आरोपियों ने फिर से वीरेंद्र सिंह को मारने की योजना बनाई। दोनों ने उसके घर से अदालतों तक उसके रास्ते पर उसका पीछा करना शुरू कर दिया और 1 अप्रैल को सेक्टर-01 द्वारका, रेड लाइट के पास इन्हें मौका मिल गया और दोनों ने पीड़िता पर अंधाधुंध फायरिंग कर मौके से फरार हो गए।

घटना के बाद आरोपी नरेश उर्फ लाला आरोपी प्रदीप से अलग हो गया और गिरफ्तारी से बचने के लिए यूपी व हरियाणा में इधर-उधर रह रहा था।