दिल्ली। नोएडा से हिमाचल जा रही शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुई कार में मौजूद बदरपुर स्थित मीठापुर एक्सटेंशन के सचिन सिंह (22) अपने माता-पिता के इकलौते बेटे और बहन के इकलौते भाई थे।

वह घूमने के लिए नोएडा से दोस्तों के साथ हिमाचल के लिए निकले थे। इसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गए। हादसे की सूचना के बाद उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, अपने भाई का शव लेने के लिए उनकी छोटी बहन स्वजन के साथ हिमाचल गई हुई हैं।

ग्रेटर नोएडा के कॉलेज से पढ़ रही है सचिन की छोटी बहन

गौरतलब है कि सचिन नोएडा स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। उनके पिता जय करण सिंह को करीब सात महीने पहले लकवा मार गया था और वह ब्रेन कैंसर से भी पीड़ित थे जिसके चलते वह ठीक से बोल पाने में भी असमर्थ हैं। बीमारी से पहले उनके पिता निजी व्यवसाय करते थे।

मां शारदा गृहणी हैं और सचिन की छोटी बहन ग्रेटर नोएडा स्थित एक कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रही हैं। वर्तमान में उनके घर की पूरी जिम्मेदारी सचिन के कंधों पर ही थी।

मीठापुर एक्सटेंशन इलाके के पड़ोसियों ने बताया कि पिता के लकवाग्रस्त और ब्रेन कैंसर से पीड़ित होने के बाद सचिन अपने पूरे परिवार के साथ नोएडा शिफ्ट हो गए थे। इसके बाद उन्होंने मीठापुर स्थित मकान को किराए पर दे दिया था।

फिलहाल सचिन की नौकरी और मकान के किराए के पैसे से घर का गुजारा होता था। उनका पूरा परिवार सज्जन और बहुत ही व्यवहारिक था। किसी से कोई बैर झगड़ा नहीं था। उनके घर में किराए पर रहने वाले अमित ने बताया कि पिता के लकवाग्रस्त होने के बाद से सचिन बड़ी ही जिम्मेदारी से पूरे परिवार का देखभाल करते थे लेकिन अब सारी जिम्मेदारी उनकी छोटी बहन के कंधों पर ही आ गई है।