नई दिल्ली। मंत्री सौरभ भारद्वाज  पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाए कि दिल्ली का पैसा रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की योजनाओं को पैसा नहीं दिया जा रहा है। सौरभ भारद्वाज ने ये बातें कहीं। सौरभ ने कहा कि जनता बीजेपी को दिल्ली की सत्ता पर नहीं बिठाना चाहती। 2015 और 2020 के चुनाव में बीजेपी का बुरा हाल हुआ है। सौरभ ने कहा बीजेपी दिल्ली की सत्ता से बाहर है। बीजेपी जानती है कि दिल्ली के लोग उसे सत्ता में नहीं बिठाना चाहते। 2013 में बहुत कोशिश की। 2015 में बड़े-बड़े मंत्री दिल्ली की गलियों में घूमे। गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ने रैलियां कीं लेकिन दिल्ली में बीजेपी का बहुत बुरा हाल हुआ। 2020 में फिर पीएम ने रैली की। गृह मंत्री ने रैली की। बीजेपी के मंत्री की दिल्ली के मोहल्लों में ड्यूटी लगाई गई। 2020 में भी बीजेपी का बुरा हाल हुआ था। सौरभ ने कहा कि एलजी ने दिल्ली सरकार के हेल्थ स्कीम का पैसा रोक दिया, अन्य स्कीम का पैसा रोक दिया। फरिश्ता योजना का पैसा रोक दिया गया। ताकि दिल्ली में कोई सड़क हादसे में कोई गिरे तो उसका इलाज भी ना हो पाया। हम सुप्रीम कोर्ट गए। फिर पैसा रिलीज किया गया। सौरभ ने कहा कि एलजी के कहने से उनके चेहते अधिकारियों ने दिल्ली जल बोर्ड का पैसा महीनों से रोका हुआ है। एलजी साहब को एमएचए को चिट्ठी लिखी कि दिल्ली सरकार ने झूठे आरोप लगाए हैं क्योंकि दिल्ली जल बोर्ड हो या स्वास्थ्य विभाग हो, ये सारे विभाग दिल्ली की चुनी सरकार के हैं। इसका एलजी से कोई लेना-देना नहीं है। यह सारी बातें एलजी ने चिट्ठी में लिखी और पूरी मीडिया को दिया।  लिखी। उसमें लिखा कि मैंने पानी, सीवर और स्वास्थ्य की चर्चा के लिए बुलाया तो मंत्री मीटिंग में नहीं आए। पहले कह रहे हैं कि मामलों से लेना देना नहीं और मेरा नाम कोर्ट में क्यों लिया जा रहा है और फिर मीटिंग की बात करते हैं। उन्हें खुद नहीं पता है कि क्या करना है और क्या कहना है। हर बात में बीजेपी संवैधानिक संकट की बात करती है। बीजेपी से परेशान होकर दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया था