अटलांटा जेल में जूएं और मल से ढका एक व्यक्ति का मृत शरीर पाया गया। व्यक्ति का शव कुपोषित और निर्जलित था, उसे करीब एक महीने से उसकी सिजोफ्रेनिया की दवाई भी नहीं दी गई थी। 

फुल्टन काउंटी के अधिकारी जॉर्जिया कोरोनर ने पिछले सितंबर में फैसला सुनाते हुए बताया कि 35 वर्षीय लशॉन थॉम्पसन की मृत्यु का कारण अनिर्धारित है। वहीं थॉम्पसन के परिवार द्वारा नियुक्त किए गए डॉक्टर रोजर मिशेल ने इसे मानव हत्या बताया। उनके परिवार ने सोमवार को मिशेल का रिपोर्ट जारी किया, जिसके बाद वकीलों ने जेल अधिकारियों से इसकी जिम्मेदारी लेने की मांग की। 

प्रसिद्ध नागरिक अधिकार वकील बेन क्रम्प ने कहा- "93 दिन से बीमार नागरिक को जेल अधिकारियों ने नजरअंदाज किया, जिससे यह साफ है कि यह कोई प्राकृतिक मौत नहीं बल्कि मानव हत्या है।"

थॉम्पसन बेखर था, जिसे 12 जून 2022 को अटलांटा चाइल्डकेयर सेंटर के बाहर एक पार्क में सोते हुए गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ चोरी का वारंट था, लेकिन कानून प्रवर्तन अधिकारियों के ऊपर थूकने और उनपर हमला करने के लिए उसे जेल में डाल दिया गया था। 

थॉम्पसन के पास जमानत का भुकतान करने के लिए पैसे नहीं थे, जिस वजह से उसे जेल में रहना पड़ा। जेल में पहले दो महीने उसकी स्थिति ठीक थी। जेल में मानसिक स्वास्थ्य प्रदत्ता ने 27 जुलाई को उन्हें एक स्वच्छ कक्ष में स्वस्थ रहने और सिजोअफेक्टिव के लक्षणों की सूचना दी थी। 

मिशेल ने बताया अगले 43 दिन में उसकी बहुत कम देखभाल की गई थी और 11 अगस्त से उसके मरने तक उसके दवाई देने का कोई रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया गया था। 

उसके मरने के एक दिन बाद जब मिशेल ने मृत शरीर की जांच की तो उसने शव को कुपोषित और सिजोफ्रेनिया का शिकार पाया। उसका 18 फीसदी वजह घट गया था और उसके शरीर में जूं भी पाया गया। 

क्रंप ने स्थानीय अधिकारियों से मौंत की जांच की मांग की। हालांकि, उन्होंने किसी पर भी सीधे तौर पर हत्या का आरोप नहीं लगाया है और न ही कार्रवाई की है, जैसा कि वह अपने पुराने मामलों में कर चुके हैं।