इंडियन एयरफोर्स ने अग्निवीरों की भर्ती की गाइडलाइन जारी कर दी है। तीनों सेनाओं में सबसे पहले एयरफोर्स ने ही गाइडलाइन जारी की है। अग्निवीरों को अपनी चार साल की नौकरी पूरी करनी होगी। इससे पहले वह फोर्स नहीं छोड़ सकेंगे। ऐसा करने के लिए उन्हें अधिकारी की सहमति लेनी होगी। अग्निवीरों की भर्ती को लेकर सबसे बड़ा पेंच छुट्‌टी और अवार्ड का था। एयरफोर्स ने साफ किया है कि अग्निवीर सभी सैन्य सम्मान और पुरस्कार के हकदार होंगे। इन्हें साल में तीस दिन की छुट्‌टी भी दी जाएगी। इसके अलावा बीमार होने पर डॉक्टर की सलाह पर सिक लीव भी मिलेगी।

अग्निवीरों में 17.5 साल से 21 साल तक के युवाओं को फिजिकल फिटनेस और शैक्षिक योग्यता के आधार पर भर्ती किया जाएगा। अभ्यर्थी को नामांकन कराना होगा।
18 साल से कम आयु वाले अभ्यर्थियों को अपने माता-पिता या अभिभावक की स्वीकृति जरूरी होगी। नियुक्ति चार साल के लिए होगी। जॉब पूरी होने के बाद इंडियन एयरफोर्स इन्हें अग्निवीर होने का प्रमाणपत्र देगी, जिसे ये युवा अपने रिज्यूमे में अग्निवीर के तौर पर अपडेट कर सकेंगे।
अग्निवीरों को किसी भी सेना में शामिल का अधिकार नहीं मिलेगा। इनका फोर्स या अन्य जॉब में सिलेक्शन सरकारी नियमों के तहत ही होगा। मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों के लिए उपलब्ध होगा, जिन्होंने अग्निवीर का कार्यकाल पूरा किया होगा। अग्निवीरों को कहीं भी किसी भी प्रकार की ड्यूटी पर भेजा जा सकता है। अग्निवीरों की ड्रेस तय होगी, युवाओं को अपनी वर्दी में ही ड्यूटी करनी होगी।
अग्निवीर चुने जाने के बाद युवाओं को मिलेट्री ट्रेनिंग दी जाएगी। ड्यूटी के दौरान अग्निवीरों को सभी प्रकार की मेडिकल सुविधाएं दी जाएंगी। अग्निवीरों को पहले साल तीस हजार रुपए महीने वेतन मिलेगा। इसके अलावा ड्रेस और ट्रेवल अलाउंस भी दिया जाएगा। अग्निवीरों का 48 लाख रुपए का बीमा कराया जाएगा, जो उनके सेवा काल तक प्रभावी रहेगा। ड्यूटी के दौरान अगर अग्निवीर का निधन हो जाता है तो उन्हें बीमा की रकम मिलेगी। इसके अलावा उनके बचे हुए कार्यकाल का वेतन भी मिलेगा।