मॉस्को । रूस की राजधानी मॉस्को के एक बड़े कॉन्सर्ट हॉल में आतंकियों ने हमला किया। इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में 70 लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए। रूस में यह हमला तब हुआ है, जब व्लादिमीर पुतिन एकबार फिर राष्ट्रपति बन गए हैं। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले की निंदा कर भीषण त्रासदी बताया। हालांकि ऐसी रिपोर्ट्स आ रही है कि हमले को लेकर चेतावनी अमेरिका ने रूस को दी थी।
एक बयान में इस्लामिक स्टेट ने कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों की सभा पर बड़ा हमला किया। लेकिन इस बयान की पुष्टि नहीं हुई है। अमेरिकी अधिकारियों ने इस्लामिक स्टेट की ओर से इस हमले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जो जानकारी उनके पास है उससे संदेह का कारण नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों को पता था कि आईएसकेपी हमले की प्लानिंग कर रहा है। उन्होंने संभावित हमले को लेकर रूसी अधिकारियों को जानकारी दी थी।
अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा, इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी सरकार को रूस में एक योजनाबद्ध आतंकी हमले की जानकारी मिली थी। इसमें एक बड़े समारोह को निशाना बनाया जा सकता था, जिसमें संगीत कार्यक्रम शामिल था। इस कारण विदेश विभाग ने रूस में निवासरत अमेरिकियों के लिए एक सार्वजनिक सलाह जारी की। उन्होंने कहा, अमेरिकी सरकार की लंबे समय से चेतावनी देने वाली नीति है, इसके तहत रूसी अधिकारियों से भी यह साझा किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक हमलावरों ने बम फेंके, जिससे हॉल में भीषण आग लग गई। जिस समय हमला हुआ, तब 6000 लोग मौजूद थे। वहीं इमारत से बाहर का वीडियो आया, जिसमें आसमान में धुएं का गुबार दिख रहा है। सड़क पर दर्जनों फायर ट्रक, एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियां पहुंचीं। यह हमला तब हुआ जब प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड पिकनिक का संगीत सुनने के लिए भीड़ जमा हुई थी। चश्मदीदों का कहना है कि सेना की वर्दी में यह लोग हॉल में घुसे थे।