प्रदेश के ज्यादातर जिलों से मानसून की विदाई के साथ ही सर्द-गर्मका मिलाजुला मौसम शुरू हो गया है। अक्टूबर के आखिर में तेज सर्दी शुरू होने के आसार है लेकिन तब तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। हल्की सर्दी और गर्मी वाला यह मौसम सेहत के लिहाज से मुफीद नहीं माना जाता, क्योंकि इस तरह का मौसम बैक्टीरिया को ग्रोथ करने के अनुकूल रहता है। चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में सेहत के प्रति सतर्क रहने की जरुरत है।

मौसम केंद्र के फोरकास्ट इंचार्ज वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि दो दिन बाद उत्तर भारत में सीजन का पहला वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहुंच रहा है। इस कारण पहाड़ी इलाकों समेत उत्तर भारत में कुछ जगह बारिश हो सकती है। इस कारण उज्जैन, भोपाल, इंदौर समेत आसपास रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक का इजाफा हो सकता है। इसके गुजरने के बाद रात को तापमान गिरने लगेगा।
बदलते मौसम के साथ ही लोगों की भी सेहत में बदलाव देखने को मिलता है। दिन में गर्मी तो दिन ढलते ही शाम को हल्की ठंड की आहट से सेहत गड़बड़ाने की संभावना रहना है। इसके बारे में चिकित्सक भी बदलते मौसम के साथ अपने दैनिक दिनचर्या में बदलाव के सुझाव दे रहे हैं।

एयर कंडिशनर का कम प्रयोग और ठंडे पानी पीने से बचने की सलाह

दिन में गर्मी के चलते लोग ठंडा पानी पीते है जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। एयर कंडीशनर का कम प्रयोग और स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन को अपने आहार में शामिल करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि ठंडा पानी के सेवन से बदलते मौसम में वायरल होने की आशंका ज्यादा होती है । बदलते मौसम के साथ लोगों को अपने खानपान और नियमित दिनचर्या में बदलाव करना बेहद जरूरी है। ठंडी चीजों के सेवन से बचें। खासकर ज्यादा ठंडे पानी के सेवन से बचें और सोते समय एयर कंडीशनर का भी कम ही प्रयोग करे तो स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहेगा। शहर में डेंगू का प्रकोप भी चल रहा है। इसलिए घर के अंदर और बाहर आसपास के परिसर की सफाई, जमा पानी की निकासी कीटनाशकों का छिड़काव के साथ ही मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाए जाना चाहिए।