लखनऊ।  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने  समाजवादी पार्टी (सपा) के बागी  और निवर्तमान विधायक दारा सिंह चौहान को घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट के लिये आगामी पांच सितंबर को मतदान होगा। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर घोसी सीट से ही जीते चौहान पिछले महीने भाजपा में शामिल हो गए थे। यह सीट उनके विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिये जाने के कारण रिक्त हुई है। उपचुनाव को मोटे तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच सीधे मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है। 
हालांकि इस उपचुनाव के परिणाम का उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोई खास असर नहीं पड़ेगा लेकिन भाजपा अगले लोकसभा चुनाव से पहले गैर-यादव अन्य पिछड़े वर्गों के बीच अपनी लोकप्रियता साबित करने के लिए घोसी सीट को सपा से छीनने की हर मुमकिन कोशिश करेगी। 
दूसरी ओर, सपा लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को झटका देने की कोशिश करेगी और राज्य में अपने मूल मतदाताओं को एक मजबूत संदेश भेजने का प्रयास करेगी। 
प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 विधायक हैं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के क्रमशः 13 विधायक और छह विधायक हैं। भाजपा के नए सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधानसभा में छह विधायक हैं। सपा के पास 108 विधायक हैं जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के पास नौ विधायक हैं। कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास 2-2 विधायक हैं, जबकि बसपा का एक विधायक है। विधानसभा में एक सीट (घोसी) खाली है। 
पूर्वांचल की घोसी विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव विपक्षी गठबंधन इंडिया के गठन और पूर्वांचल में असरदार मानी जाने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के बाद राज्य में होने वाला यह पहला चुनाव है। 
सपा ने रविवार को घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिये राजपूत सुधाकर सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। उसके अगले ही दिन भाजपा ने दारा सिंह चौहान को मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया। 
निर्वाचन आयोग द्वारा गत आठ अगस्त को की गयी घोषणा के मुताबिक घोसी सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान आगामी पांच सितंबर को होगा। वोटों की गिनती आठ सितंबर को होगी।