भोपाल । मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव से पहले बीजेपी अब न केवल मैदानी स्तर पर, बल्कि आंतरिक स्तर पर भी तैयारियां करने में जुटी हुई है। इसके मद्देनजर बीजेपी संगठन से जुड़े कुछ नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दे रही है। ये नेता आंतरिक स्तर पर बैठकें कर पार्टी को मजबूत करेंगे। इससे बीजेपी के आंतरिक मामलों को इन बैठकों के माध्यम से निपटाया जाएगा। बीजेपी नहीं चाहती कि उसकी कोई आंतरिक बात बाहर आए और विपक्ष को हमलावर होने का मौका मिले। इन नेताओं को यह भी जिम्मेदारी दी गई है कि वे विपक्ष द्वारा बनाई गई रणनीति को भांप कर उसका बेहतर तोड़ निकालें।
बताया जा रहा है कि पार्टी के प्रभारी मुरलीधर राव, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित संघ के कुछ नेताओं को आंतरिक स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। इस कड़ी में यह लोग अलग-अलग इलाकों में जाकर गोपनीय बैठकें कर फीडबैक जानने में जुटे हुए हैं। बीजेपी की विशेष प्लानिंग पर प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल का कहना है कि बीजेपी हर मोर्चे पर अलग अलग रणनीति बनाती है। जहां कांग्रेस ने चुनाव के बारे में सोचना शुरू किया है, उस स्थिति में हम लोग पन्ना प्रभारी तक बना चुके हैं। बीजेपी की हर रणनीति सामने दिखे यह जरूरी नहीं। बहुत सारी रणनीति पर्दे के पीछे होती हैं। और जब नतीजे आते हैं तब पता चलता है कि यह जीत किस रणनीति के तहत मिली है।


कांग्रेस ने खड़े किए सवाल
वहीं, बीजेपी में आंतरिक रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी संघ के नेताओं को दिए जाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि संघ अब बीजेपी के मामलों में दखल नहीं दे पाता। अगर वह दखल दे पाता तो हिंदुओं के धर्म की आस्था के केंद्र महाकाल लोक में जो भ्रष्टाचार हुआ है उस पर उसका बयान आ चुका होता। उन्होंने कहा कि कोई भी रणनीति तैयार कर ले, लेकिन जनता अपनी रणनीति बना चुकी है। जनता कांग्रेस को चुनने जा रही है।