लखनऊ | एक लाख रुपये और मोटर साइकिल की बात थी। लाखों लोग मेहनत कर ऐसे शौक या जरूरतें पूरी कर रहे मगर... लोभी सुखदेव को यह सब फ्री में चाहिए था। दो वर्ष पहले ब्याहकर आई पूजा से इनकी अपेक्षा करने लगा। कृषक पिता की आर्थिक मजबूरी के कारण वह इंतजाम नहीं कर सकीं तो सुखदेव ने ऐसी बर्बरता की, जिसे सुनने वाले भी सिहर जाएं। उसने पूजा को खौलते तेल से जलाया, फिर एक महीने कमरे में बंद कर दिया।

मायके वालों को भनक लगने पर वहां से ले आए मगर, देर हो चुकी थी। शुक्रवार को बिटिया ने दम तोड़ दिया। गांव करियामई के राजपाल बेटी पूजा को मिले जख्म याद कर सिसकने लगते हैं। बोले, शादी के कुछ दिन बाद ही संभल के मझोला गांव निवासी कृषक सुखदेव परेशान करने लगा था। बेटी ने कई बार बताया कि रुपये और मोटर साइकिल नहीं लाने पर पिटाई करता है। नौ मार्च की रात को सुखदेव उन्हें छत पर ले गया। बातचीत के दौरान चूल्हे पर कढ़ाई में खौल रहा तेल उनके ऊपर डाल दिया। वह गंभीर रूप से झुलस गई, इसके बावजूद अस्पताल में भर्ती नहीं कराया। उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया।

कभी-कभार सुखदेव फोन पर चंद मिनट को बात कराता था। 10 अप्रैल को पड़ोसियों से पता चला तो पूजा के पास पहुंचे। वह बिस्तर पर बेसुध थी। बोले, उसी दिन बेटी को राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। इसके बाद संभल में बहजोई थाने में पूजा के पति सुखदेव, जेठ नीरज, सास मालवती, ससुर देवपाल के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, मारपीट, धमकाने, जान से मारने की कोशिश आदि की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार शाम को पूजा की मौत की जानकारी मिली है। इसके आधार पर आरोपितों पर दहेज हत्या की धारा लगाई जाएगी।