बीजिंग । मई में धरती की आंतरिक संरचनाओं का अध्ययन करने के नाम पर लगभग 10,000 मीटर गहरी ड्रिलिंग करने के बाद चीन ने इस साल अपना दूसरा अल्ट्रा-डीप ड्रिलिंग प्रोजेक्ट शुरू किया है। मगर इस बार चीनी परियोजना का इरादा कुछ अलग है। चीन धरती के नीचे बहुत ज्यादा गहराई में प्राकृतिक गैस भंडार का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक इस परियोजना का नेतृत्व चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉर्प (सीएनपीसी) ने किया है। सीएनपीसी ने 10,520 मीटर (लगभग 6.5 मील) की अनुमानित गहराई के साथ सिचुआन प्रांत में शेंडी चुआंके 1 कुएं की ड्रिलिंग शुरू की है। 
रूस में मौजूद कोला सुपरडीप बोरहोल को दुनिया का सबसे गहरा मानव निर्मित छेद होने का गौरव हासिल है, जो 12,262 मीटर की आश्चर्यजनक गहराई तक जाता है।  जबकि चीन के झिंजियांग में पिछले कुएं का प्रायोगिक फोकस मुख्य रूप से ड्रिलिंग टेक्नोलॉजी का परीक्षण करना और पृथ्वी की आंतरिक संरचना पर डेटा जुटाना था। सिचुआन में वर्तमान परियोजना का उद्देश्य विशेष रूप से अल्ट्रा-डीप प्राकृतिक गैस भंडार की खोज करना है।  चीन का सिचुआन अपने मसालेदार व्यंजनों, लुभावने पहाड़ी दृश्यों और पांडा के लिए मशहूर है। इसके साथ ही यहां चीन के कुछ सबसे बड़े शेल गैस भंडार भी मौजूद हैं।  हालांकि इन गैस संसाधनों को निकालने में ऊबड़-खाबड़ इलाके और जटिल भूवैज्ञानिक स्थितियों के कारण कई चुनौतियां हैं। 
हाल के समय में ड्रैगन सरकार ने ऊर्जा कंपनियों से बिजली की कमी, भू-राजनीतिक तनाव और दुनिया में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों उतार-चढ़ाव के जवाब में घरेलू उत्पादन को बढ़ाकर ईंधन सुरक्षा बढ़ाने की अपील की है। अत्यधिक गहरे प्राकृतिक गैस भंडार की खोज इन चिंताओं को दूर करने और अपनी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के देश के प्रयासों का हिस्सा है। बताया जाता है कि झिंजियांग क्षेत्र खनिज भंडार और तेल से समृद्ध है।