भोपाल । मध्यप्रदेश कांग्रेस अब नए सिरे से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश में पारंपरिक चेहरों को बदलकर युवा नेतृत्व के हाथों में कांग्रेस की कमान सौंप दी है। हार पर मंथन करने और आगामी लोकसभा चुनावी पार्टी का पुन: परचम लहराने की रणनीति बनाने के लिए प्रदेश में अब बैठकों का दौर शुरु होने  जा रहा है। इसी दिशा में अब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मप्र प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे नौ जनवरी से 12 जनवरी तक दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर जिले का चार दिवसीय संयुक्त दौरा करेंगे। यह सभी नेता इस दौरे के दौरान इन जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक बैठकें लेंगे और लोकसभा चुनाव की तैयारियों व रणनीति पर स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। प्रदेश कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मिली हार का मंथन करेगी। आठ जनवरी को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हारे हुए प्रत्याशियों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में मप्र प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी से लेकर प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित तमाम वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपस्थित रहेंगे। विधानसभा चुनाव में मिली हार और प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद कांग्रेस की यह पहली बैठक होगी। प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद कमल नाथ भी पहली बार प्रदेश कांग्रेस की बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में हार के कारणों पर मंथन तो होगा ही। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति भी बनाई जाएगी। लोकसभा चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों की भी पार्टी जिम्मेदारी तय करेगी।