भोपाल,। मध्यप्रदेश में भोपाल सहित 230 विधानसभा सीटों पर मतदान साथ भाजपा-कांग्रेस सहित 2533 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। 3 दिसंबर को उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आएगा। इस बीच भोपाल के गैस पीडि़त संगठनों ने चुनाव आयोग से भोपाल में मतगणना की तारीख 3 दिसंबर से आगे बढ़ाने की मांग की है। ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव आयोग अकेले भोपाल में मतगणना की तारीख 3 दिसंबर से एक-दो दिन आगे बढ़ा सकता है।
गैस पीडि़तों के चार संगठनों ने संयुक्त रूप से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को दिए ज्ञापन में लिखा है कि 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी है, जो दुनिया की सबसे भयानक औद्योगिक आपदा है। यह दिन शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मृतकों को श्रद्धांजलि दी जाती है। आपदा में मारे गए व्यक्तियों को याद किया जाता है। बचे गैस पीडि़त इस दिन न्याय की मांग को लेकर मार्च और विरोध प्रदर्शन भी करते हैं। ऐसे दुखद अवसर पर, यदि चुनाव परिणाम घोषित किए जाते हैं, तो शोर शराबा होगा, विजयी उम्मीदवार रैलियां निकालेंगे और पटाखे फोड़ेंगे जो सही नहीं होगा। गैस पीडि़त संगठनों ने चुनाव आयोग से वोटों की गिनती की 3 दिसंबर के बजाय किसी और दिन कराने की मांग की है।

- चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि गैस पीडि़तों संगठनों की भोपाल में मतगणना की तारीख 3 दिसंबर (गैस कांड बरसी) से आगे बढ़ाने की मांग के संदर्भ में हमने चुनाव आयोग को चि_ी लिखी है। जैसे भी निर्देश मिलेंगे, वैसा फैसला लिया जाएगा।