आपने शायद ये नहीं सुना होगा कि पुलिस ने किसी बदमाश को हथियार का लाइसेंस दिया हो, मगर दिल्ली पुलिस ने ये कारनामा कर दिखाया। दिल्ली पुलिस ने प्रशांत विहार इलाके में घर की छत पर डीयू के छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के जिस आरोपी रवि सोलंकी को पकड़ा है, उसे विभाग ने पिस्टल का लाइसेंस दे रखा है। इस लाइसेंस को ही दिखाकर आरोपी खुद को दिल्ली पुलिसकर्मी बताता था। इसके बाद वह लूटपाट व दुष्कर्म जैसी वारदात करता था। पिस्टल के इस विजिटिंग कार्डनुमा लाइसेंस के बीच में दिल्ली पुलिस का लोगो है। कार्ड के बांयी तरफ दिल्ली पुलिस व दायीं तरफ लाइसेंसिंग यूनिट लिखा हुआ है। इस आर्म्स लाइसेंस को देखकर लोगों को लगता था कि वह दिल्ली पुलिसकर्मी है। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी रवि सोलंकी ने ये लाइसेंस अपने नाम से ले रखा था। उसने ये लाइसेंस वर्ष 2019 में लिया था। इस लाइसेंस की मान्यता 10 अगस्त, 2027 तक है। आरोपी ने .32 बोर की पिस्टल का लाइसेंस ले रखा है। पुलिस आरोपी की लाइसेंसी पिस्टल की बरामदगी के प्रयास कर रही है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी को पिस्टल का लाइसेंस कैसे मिल गया। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने पहले भी इस तरह की वारदातों को अंजाम दिया होगा। ये भी पता किया जा रहा है कि इसने लाइसेंसी पिस्टल से लूट की कितनी वारदातों को अंजाम दिया है। आरोपी ने ये भी खुलासा किया है कि वह सामने वाली सोसाइटी में जाकर छात्रा व उसकी दोस्त की वीडियो बनाना चाहता था। मगर, सिक्यूरिटी गार्ड ने उसे पकड़ लिया।

लाइसेंसिंग यूनिट को लिखा पत्र

अपराध शाखा इस मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की लाइसेंसिंग यूनिट को पत्र लिखने जा रही है, ताकि ये जांच हो सके कि आरोपी रवि को लाइसेंस कैसे मिल गया। उसे लाइसेंस देने में कहीं न कहीं चूक हुई है।