दिल्ली विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के तीसरे दिन भी सदन में भाजपा और आम आदमी पार्टी के विधायकों का हंगामा जारी है। एक ओर जहां भाजपा यमुना सफाई के मुद्दे पर चर्चा कराना चाहती है, वहीं आप विधायक भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा चाहते हैं।सौरभ भारद्वाज के बोलने के दौरान ही भाजपा सदस्य विजेंद्र गुप्ता सदन में लौटे। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पार्षद मनोनीत करने की प्रक्रिया पूरी तरह गैरकानूनी है। सौरभ भारद्वाज ने कल भाजपा सदस्यों के काले कपड़े पहन कर आने के मामले में उन्हें 1 साल तक सदन से निलंबित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कल दिल्ली विधानसभा मकर सक्रांति और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर रही थी, इस शुभ दिन वह काले कपड़े पहन कर आए यह गलत था।

लोकसभा में एक दिन कांग्रेसी सदस्यों के काले कपड़े पहन कर आने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि यह एक शुभ दिन काले कपड़े पहन कर आए हैं, यह हिंदू विरोधी हैं। इस तरह तो भाजपा सदस्य भी हिंदू विरोधी साबित हुए।सौरभ भारद्वाज ने पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने के मामले में, अन्य सदस्यों की शिक्षा के मामले में राज्यपाल की ओर से दिए गए तर्क को भी गैरकानूनी करार दिया। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल के तथ्य के अनुसार सत्य शर्मा के बजाय नीमा भगत को पीठासीन अधिकारी बनाया जाना चाहिए था। उन्होंने पार्षद मनोनीत करने के मामले में भी उपराज्यपाल को भी कटघरे में खड़ा किया। सौरभ ने कहा कहा कि उपराज्यपाल ने भाजपा नेताओं को पार्षद मनोनीत किया है।