नई दिल्ली। मुहर्रम जुलूस के दौरान बाहरी दिल्ली के नांगलोई इलाके में शनिवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर हुई हिंसा के संबंध में दिल्‍ली पुलिस ने तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं।

पुलिस ने तीनों एफआईआर अज्ञात व्यक्तियों (दंगाईयों) के खिलाफ दर्ज की हैं और आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है।

फुटेज खंगाले के लिए टीम गठित: पुलिस अधिकारी

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने इलाके से सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है जो उन्हें जांच में मदद करेगी। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने संदिग्धों की पहचान करने में मदद के लिए नांगलोई हिंसा से संबंधित वीडियो प्राप्त किए हैं। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए, हिंसक घटनाओं वाले स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है।"

ताजिया जुलूस के कुछ आयोजकों द्वारा अपने ताजिया जुलूस के निर्धारित मार्ग से हटने की कोशिश के बाद शनिवार शाम को सूरजमल स्टेडियम के पास पुलिस और भीड़ के बीच झड़प हो गई थी। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें लोगों की भीड़ को पथराव करते और बसों और निजी कारों सहित सार्वजनिक वाहनों को नुकसान पहुंचाते हुए देखा जा सकता है।

एक वीडियो में दिखाया गया कि बस यात्रियों को बाहर हो रहे पथराव से खुद को बचाने के लिए बस के फर्श पर छिपना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक अन्य वीडियो में एक युवक को तलवार ले जाते हुए देखा जा सकता है।

तय मार्ग से हटने के बाद हुआ विवाद 

पुलिस उपायुक्त (बाहरी) हरेंद्र सिंह ने इस वर्ष अमन कमेटी की बैठक में तय किया गया था कि जुलूस को नांगलेाई चौक के पास से मोड़ लिया जाएगा, लेकिन जुलूस ने तय मार्ग की अनदेखी करते हुए इसे रोहतक रोड पर आगे बढ़ाना जारी रखा।

जुलूस जब सूरजमल स्टेडियम के पास पहुंची तो पुलिस ने इसे रुकने को कहा। पुलिस के रोकने के निर्देश पर भीड़ उग्र हो गई और जमकर पत्थरबाजी करने लगी। भीड़ में जिन लोगों के हाथों में तलवारें थी, उन्होंने तलवारें लहराना शुरू कर दिया।