डर के कारण बच्चे ने किसी को कुछ बताया नहीं था। ज्यादा परेशान होने पर उसने 27 फरवरी को अपनी ट्यूशन टीचर को जानकारी दी। इसके बाद बच्चे की मां उसे डॉक्टर के पास ले गई और पीसीआर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।

दक्षिण जिले के नेबसराय थाना इलाके में सात वर्ष के मासूम को सिगरेट से दागने का मामला सामने आया है। आरोप बुआ की लड़की पर है। बच्चे की मेडिकल जांच में जलने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने बच्चे की काउंसलिंग कराने के बाद पिता और बुआ व उसकी लड़की (22) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले में शुक्रवार शाम तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।

माता-पिता के बीच विवाद चलने से न्यायालय के आदेशानुसार बच्चा तीन माह मां के पास तो अगले तीन महीने पिता के पास रहता है। ऐसे में अब बच्चा बुआ और बुआ की बेटी के साथ पिता के पास रह रहा था। नेबसराय थाना पुलिस को 27 फरवरी को पीसीआर कॉल मिली थी कि सात वर्ष के बच्चे को सिगरेट से जलाया गया है। 

पुलिस ने डीडीए फ्लैट्स, गली नंबर-42 मदनगीर निवासी बच्चे की मेडिकल जांच कराई। जांच में बच्चे हाथों पर सिगरेट से दागे जाने के निशान मिले हैं। दक्षिण जिला डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि पुलिस ने बच्चे की काउंसलिंग कराई। सीडब्ल्यूसी ने बच्चे की कस्टडी मां को सौंप दी हे। बच्चा इस समय मां के पास है। तीन महीने वह सैनिक फार्म में रहने वाले पिता और बुआ व उसकी बेटी के साथ रहा। बच्चे ने आरोप लगाया है कि बुआ की लड़की ने उसे 29 दिसंबर सिगरेट से दागा था।

डर की वजह से किसी को कुछ नहीं बताया

डर के कारण बच्चे ने किसी को कुछ बताया नहीं था। ज्यादा परेशान होने पर उसने 27 फरवरी को अपनी ट्यूशन टीचर को जानकारी दी। इसके बाद बच्चे की मां उसे डॉक्टर के पास ले गई और पीसीआर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्चे का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।