मंगलवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 83.26 पर आ गया। अमेरिकी मुद्रा यानी डॉलर में मजबूती और निरंतर विदेशी फंड बहिर्वाह को दर्शाता है। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में नकारात्मक रुख का भी भारतीय करेंसी पर असर पड़ा।

भारतीय करेंसी में जारी गिरावट

आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में भारतीय रुपया 83.23 पर खुला और फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.26 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट दर्शाता है। सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.21 पर बंद हुआ था।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपये में सीमाबद्ध व्यापार देखने की उम्मीद है, क्योंकि निवेशकों ने एफपीआई, तेल और बाहरी वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) मोचन की मांग के कारण डॉलर की खरीदारी का सहारा लिया है। डॉलर सूचकांक में डॉलर 0.14 प्रतिशत बढ़कर 105.36 पर कारोबार कर रहा था।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.50 प्रतिशत गिरकर 84.75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फॉरेक्स और बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा

आज अमेरिका और चीन के व्यापार संतुलन संख्या पर होगा। इसके साथ ही, बाजार भागीदार कुछ फेड सदस्यों के बयानों के संकेतों का इंतजार करेंगे। किसी भी तीखी टिप्पणी से डॉलर में बढ़त होने की संभावना है। हमें उम्मीद है कि USDINR (स्पॉट) 83.05 और 83.40 के दायरे में कारोबार करेगा।