भोपाल ।  हिट एंड रन केस को लेकर केंद्र सरकार के नए कानून के विरोध में भोपाल से निकलने वाले हाइ-वे पर रविवार देर रात ट्रकों के पहिए थम गए। यात्री बसों के चालकों ने भी हड़ताल शुरू कर दी। इंदौर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम मार्ग पर जो ट्रक थे, वहां चालकों ने खड़े कर दिए। वहीं कई यात्री बसें भी चालकों ने नहीं चलाईं। नए वर्ष के पहले दिन ट्रक, यात्री बसों समेत स्कूल बसों के पहिए थमे रहेंगे। भोपाल सिटी बसें भी बंद रहेंगी, हालांकि भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड(बीसीएलएल) व निजी बस मालिकों का कहना है कि चालकों से आग्रह किया गया है कि बसों का संचालन करें। बीसीएलएल के प्रवक्ता संजय सोनी ने बताया कि सभी बस आपरेटर और चालकों को बसों का संचालन करने के लिए समझाया गया है। हमारा प्रयास है कि चालकों से बसों का संचालन कराए, जिससे लोगों को आवागन में परेशानी न हो। इधर स्कूल बस एसोसिएशन के मोहम्मद सरवर ने बताया कि हमारी तरफ से हड़ताल नहीं है। चालक देशव्यापी हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। कई स्कूलों के अवकाश हैं, इसलिए बसों का संचालन नहीं हो रहा है। बता दें कि आल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा था, जिसमें हिट एंड रन केस को लेकर लाए गए नए कानून का विरोध किया था। साथ ही कानून को वापस लेने की मांग की थी। ट्रकों के ड्राइवर अपने वाहन खड़े करके जा रहे हैं।

यह असर देखने को मिलेगा

यदि सोमवार को चालक ट्रक व बसों का संचालन नहीं कराते हैं तो इसका असर सोमवार सुबह से ही देखने को मिल जाएगा। सिटी बसें नहीं चलीं तो लोगों को आने-जाने में परेशानी बढ़ेगी। पेट्रोल-डीजल के टैंकर नहीं चले तो शहर के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की किल्लत होना तय है। इधर ट्रकों की हड़ताल के चलते शहर के कुछेक पेट्राेल पंपों पर पेट्रोल व डीजल भरवाने वालों की संख्या बढ़ गई। एमपी नगर, शाहपुरा, न्यू मार्केट, नर्मदापुरम रोड सहित अन्य पेट्रोल पंपों पर लोगों की देर रात तक भीड़ दिखी।