इटारसी ।    मप्र में भाजपा की शिवराज सरकार ने 18 सालों में मप्र को 4 लाख करोड़ के कर्ज में डुबो दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार में मप्र देश के चार सबसे गरीब राज्यों में हैं। वैश्विक गरीबी सूचकांक में मप्र देश में सबसे गरीब है। संसदीय कृषि समिति की रिपोर्ट ने माना है कि साल 2015-16 के मुकाबले यहां किसानों की आय कम हुई है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार दलित आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में मप्र पहले नंबर पर है। यह आरोप अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासिचव एवं मप्र प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने लगाए।

केन्द्रीय मंत्रियों को जबरिया मैदान में उतारा

जनाक्रोश यात्रा एवं आमसभा में शिरकत करने आए सुरजेवाला बोले आगामी चुनाव में शिवराज सिंह चौहान समेत पूरी कैबिनेट डूब रही है, पूरा मंत्रीमंडल हारने वाला है। पार्टी के केन्द्रीय मंत्री और सांसद खुद चुनाव लड़ना नहीं चाहते, लेकिन उन्हें जबरिया मैदान में उतारा गया। केन्द्रीय मंत्रियों के चुनाव लड़ने से उनके मंत्रालय भगवान भरोसे रहेंगे, यहां ताले लगे रहेंगे, यह पूरे देश के साथ धोखा है।

बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ गृहमंत्री कह रहे रिपोर्ट लेंगे

सुरजेवाला ने उज्जैन में एक 12 वर्षीय बेटी से हुए दुष्कर्म की घटना पर कहा कि मप्र समेत पूरे देश के लिए यह वारदात शर्मसार करने वाली है, अर्धनग्न हालत में पीड़िता सड़क पर घूमती रही, यहां के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को यह खबर नहीं कि क्या हुआ, वे कह रहे हैं कि रिपोर्ट ली जाएगी, मिश्रा को मुबंई की फिल्मी अभिनेत्रियों के कपड़ों की जानकारी पहले लग जाती है।

भाजपा की सरकार से सभी प्रताड़ित

सुरजेवालाने कहा कि मप्र के भविष्य को भाजपा की सरकार ने 18 सालों में लूट लिया है, युवा, किसान, महिलाएं, आदिवासी सभी प्रताड़ित हैं, अब सरकार के अत्याचार रूपी किले को जनता के जरिए ढहाने का समय आ चुका है। कमलनाथ सरकार आते ही 500 रुपये में सिलेंडर और महिलाओं को 1500 रुपये देने की बात कह चुके हैं, लेकिन शिवराज जी को चुनाव से तीन माह पहले इसकी सुध लगी, यानि साफ है कि चुनावी फायदे के लिए सरकारी धन लुटाया जा रहा है। भाजपा का डीएनए किसान, युवा, महिला, आदिवासी, दलित विरोधी है।

पूरी कैबिनेट शिवराज समेत हारेगी

मप्र चुनाव में केन्द्रीय मंत्रियों, सांसदों को उतारे जाने पर सुरजेवाला ने कहा यह भाजपा के डर को साबित कर रहा है। शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया की यह प्लानिंग है कि हम तो डूबेंगे सनम, तुमको भी ले डूबेंगे, यानि मप्र में मुख्यमंत्री पद के जितने दावेदार हैं, सबको चुनाव में हराकर शिवराज विदाई की तैयारी में हैं। उन्होंने दावा किया है कि मप्र की पूरी कैबिनेट शिवराज सिंह चौहान समेत चुनाव में हारने जा रही है। हर सप्ताह 1 हजार करोड़ का कर्ज ले रही है।