नई दिल्ली । कारीगरों के बनाए उत्पादों की बिक्री करने वाली कंपनी फैबइंडिया ने बाजार की मौजूदा हालत को देखते हुए लगभग 4,000 करोड़ रुपए का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की योजना रद्द कर दी है। फैबइंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल शुरुआती मसौदा (डीआरएचपी) आवेदन को भी वापस ले लिया है। आईपीओ योजना को रद्द करने के निर्णय पर प्रवक्ता ने कहा ‎कि आईपीओ न लाने की वजह यह है कि हम जिस आकार का आईपीओ ला रहे हैं, वह बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अनुकूल नहीं लग रहा है। फैबइंडिया के निर्गम प्रस्ताव की वैधता अप्रैल, 2023 में समाप्त हो रही थी। इसके जरिये 2.5 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाने की योजना थी। पूर्ण अभिदान मिलने पर आईपीओ से फैबइंडिया को करीब 4,000 करोड़ रुपए जुटाने की उम्मीद थी। प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी धन जुटाने के लिए अन्य विकल्पों की तलाश करेगी और भविष्य में आईपीओ लाने के बारे में भी सोच सकती है। वर्ष 1960 में स्थापित फैबइंडिया देश भर के 40,000 कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों के बनाए उत्पाद खरीदकर उनकी बिक्री करती है।