नरसिंहपुर ।  नरसिंहपुर-सिवनी राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर मुंगवानी से करीब 22 किमी दूर डुडवारा-खापा के पास मंगलवार की शाम रेलिंग से टकराकर टैंकर पलट गया था। इसके बाद टैंकर में आग लग गई थी। यह आग 12 घंटे तक जलती रही जिसे बुझाने प्रशासन को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान संभावना जताई जा रही थी कि इसमें सवार व्यक्ति जिंदा जल गए होंगे। बुधवार को जब टैंकर की आग ठंडी हो गई तो मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच की। बताया जा रहा है कि टैंकर में ब्यूटेन गैस थी। बुधवार को आग शांत होने पर पुलिस जांच के दौरान टैंकर के चेचिस से पुलिस को मानव शरीर का सिर, हाथ व पैर की हडि्डयां ही मिली है।

डीएनए जांच से मृतकों की पहचान की तैयारी

इस हादसे में टैंकर चालक सहित अन्य जिंदा जल गए और उनकी हड्डी ही बची है जिसके बाद पुलिस अब हड्डियों की डीएनए जांच कराकर मृतकों की पहचान कराने की तैयारी में है। हादसे के बाद इंडियन आयल की टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया है। 14 चक्का टैंकर के पलटने के बाद इसका चेचिस बी अलग हो गया था। दुर्घटनाग्रस्त वाहन को सड़क से हटाने के लिए पुलिस और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का अमला बुधवार शाम तक लगा रहा।

हमारा लक्ष्य भारत को वैभव पर पहुंचाना उनका लक्ष्य परिवार विशेष को सत्ता दिलाना - राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हाहमारा लक्ष्य भारत को वैभव पर पहुंचाना उनका लक्ष्य परिवार विशेष को सत्ता दिलाना - राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा

पानीपत से छिंदवाड़ा जा रहा था टैंकर

पुलिस के अनुसार टैंकर का पता लगा लिया गया है। टैंकर को आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का चालक लेकर निकला था। टैंकर के चेचिस में चालक सीट तरफ पुलिस को एक मानव सिर व हाथ-पैर की हडि्डयां मिली है। यह हड्डियां चालक की हैं या किसी अन्य की है इसकी जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने चालक के स्वजनों को भी बुलाया है। इस हादसे के बाद 24 घंटे बाद भी हाइवे का एक तरफ का रूट बंद रहा जिसे गुरुवार से शुरू करने की बात कही जा रही है।

बताया जा रहा है कि पानीपत हरियाणा से टैंकर को लेकर 7 अक्टूबर को आजमगढ़ उत्तरप्रदेश निवासी रामकेवल पिता भोला यादव 45 वर्ष लेकर छिंदवाड़ा जाने निकला था। शाम करीब 4 बजे टैंकर करीब 50 मीटर रेलिंग तोड़ते हुए फोरलेन पर दूसरी तरफ की सड़क पर आकर पलट गया था और उसमें आग लग गई थी।

जबलपुर से बुलाई गई थी दमकल

टैंकर की आग बुझाने के लिए नगरपालिका नरसिंहपुर की दो दमकलों को लगाया गया। वहीं जबलपुर से फायर फोम बुलाई गई। नरसिंहपुर से भी फायर फोम का प्रबंध किया गया। मंगलवार की रात करीब साढ़े 8 बजे जबलपुर और नरसिंहपुर की टीम ने आग तो शांत कर दी लेकिन टैंकर की तपन बुधवार की सुबह तक बनी रही। इसकी जांच के लिए एफएसएल की टीम भी मौके पर छिंदवाड़ा से बुधवार को पहुंची और जांच की और सेंपल इकट्ठा किए।