आयोजकों ने सम्मेलन में 1500 औद्योगिक इन्वेस्टर, 9000 पंजल इन्वेस्टर और 65000 स्टार्टअप कंपनियों को बुलाने का दावा किया था। साथ ही इसका उद्घाटन नितिन गडकरी से कराने और सम्मेलन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौयों के पहुंचने की बात प्रचारित की गई थी।

इंडिया एक्सो सेंटर एंड मार्ट में हाल ही में शुरू हुए विश्व स्टार्टअप सम्मेलन में देशभर की 350 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने आयोजकों पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे लोगों का दावा कि आयोजकों ने तीन दिवसीय स्टार्टअप सम्मेलन का उद्घाटन नितिन गडकरी के हाथों से कराने, 1500 बड़ी इन्वेस्टर कंपनियों और 9000 एंजल इन्वेस्टर को बुलाने का झांसा दिया था जबकि सम्मेलन में गिनती के इन्वेस्टर ही पहुंचे। करीब तीन घंटे तक जारी रहे हंगामे को शांत कराने के लिए तीन थानों को पुलिस बुलानी पड़ी थी। मामले में करीब 350 स्टार्टअप कंपनियों की ओर से पुलिस को शिकायत देकर पैसे वापस दिलाने की मांग की गई। हालांकि, पुलिस की प्राथमिक जांच में कोई फर्जीवाड़ा नहीं सामने आया है और इस मामले में कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।

सम्मेलन के आयोजक मफोन कंपनी के संस्थापक अर्जुन चौधरी और विश्व स्टार्टअप सम्मेलन के सह संस्थापक और एंजल इन्वेस्टर ल्यूक तलवार है। एक्सपो मार्ट में 24 से 26 मार्च के बीच विश्व स्टार्टअप सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा था। सम्मेलन जनवरी में आयोजित किया जाना था। जिसकी तारीख बढ़ा दी गई थी।

आयोजकों ने सम्मेलन में 1500 औद्योगिक इन्वेस्टर, 9000 पंजल इन्वेस्टर और 65000 स्टार्टअप कंपनियों को बुलाने का दावा किया था। साथ ही इसका उद्घाटन नितिन गडकरी से कराने और सम्मेलन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौयों के पहुंचने की बात प्रचारित की गई थी। इसके लिए पुलिस को सूचना दे दी। पोस्टर भी लगाए गए थे। मगर शुक्रवार को पहले दिन मुख्य अतिथि नहीं देखकर और बड़ी स्टार्टअप कंपनियों के नहीं पहुंचने से स्टार्टअप कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हंगामा शुरू कर दिया पहुंचा। मौके पर करीब तीन घंटे तक युवाओं ने ठगने का आरोप लगाकर पूलिस को सूचना दे दी। हंगामा होते ही मौके पर एडी अशोक कुमार शर्मा, एसपी अरविंद सिंह थाना प्रभारी नॉलेज पार्क विनोद कुमार सिंह, थाना प्रभारी बीटा-2 विनोद कुमार मिश्रा समेत भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा।
मौके पर करीब तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान पुलिस ने आयोजकों से पूछताछ की। पुलिस ने स्टार्टअप कंपनियों के युवाओं से शिकायत देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि आयोजकों की ओर से दावे के अनुसार स्टार्टअप कंपनियों के पंजीकरण के लिए जमा पैसे वापस किए जाएंगे।

सात हजार रुपये से लेकर कई-कई लाख लगाए

स्टार्टअप कंपनियां शुरू करने वाले युवाओं का कहना है कि अलग-अलग वर्ग में शुरुआत पंजीकरण 7000 रुपये के अलावा एक्र में स्टॉल लगाने को फीस 1 से 15 लाख रुपये तक लिए गए। इसके अलावा लोगों के आने-जाने का किराया होटल में तीन दिन रुकने का किराया भी गया।

1000 से अधिक स्टार्टअप कंपनियों के प्रतिनिधि पहुंचे

विश्व स्टार्टअप सम्मेलन में निवेश हासिल करने की उम्मीद में हैदराबाद कंपनियों के प्रतिनिधि पहुंचे बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, गुरुग्राम, भोपाल, लखनऊ, कानपुर, कोलकाता, दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा समेत देशभर कई शहरों से 1000 से अधिक स्टार्टअप कंपनियों के युवा आए थे। जिन्होंने निराशा जताई।