अयोध्या।  देश दुनिया में भगवान श्रीराम को  लेकर उत्साह है। 22 जनवरी को हजारों लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। इस भव्य और दिव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में वीवीआईपी की काफी भीड़ एकत्रित होगी। ऐसे में विमानों की आवाजाही और लैडिंग की व्यवस्था की गई है। एक हजार किमी के दायरे में पांच राज्यों के 15 एयरपोर्ट पर विमान पार्किंग की व्यवस्था की गई है।  एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सूत्रों के अनुसार लखनऊ के साथ कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, कुशीनगर, गोरखपुर, रायबरेली, फुरसतगंज, देहरादून, पटना, गया, देवघर, खजुराहो, भोपाल, इंदौर को  विमान पार्किंग के लिए चिह्नित किया गया है। रायबरेली, फुर्सतगंज समेत कुछ अन्य एयरपोर्ट को भी तैयार रहने को कहा गया है। लखनऊ में कुल 48 चार्टर विमानों को उतरने और उड़ान भरने के लिए मंजूरी दी गई है। मौसम की स्थिति को देखते हुए कई अतिथि जो पहले सीधे अयोध्या में उतरने वाले थे अब चार्टर से लखनऊ पहुंच रहे हैं। 
अयोध्या में 22 जनवरी को हो रही प्राण प्रतिष्ठा में कई विशिष्ट और वीवीआईपी हस्तियां शिरकत करने आ रही हैं। ये हस्तियां चार्टर्ड प्लेन से आएंगी। अयोध्या में पीएम सहित कई लोगों के लिए वहां के एपरॉन रिजर्व हैं। इस कारण फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार, तेलगू फिल्म अभिनेता पवन कल्याण के चार्टर्ड प्लेन समेत 11 जहाज कानपुर एयरपोर्ट में पार्क होंगे। पहले प्लेन अयोध्या जाएगा हिस्तियों को उतारने के बाद यहां के एपरॉन में पार्क होगा। इसके लिए कानपुर एयरपोर्ट पर प्लेन पार्किंग के पुख्ता इंतजाम कराए गए हैं।
अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर 48 विमानों ने उतरने की अनुमति 21 और 22 जनवरी को मांगी है लेकिन यहां सिंगल आइल जेट विमानों के लिए महज चार पार्किंग स्थल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक स्लॉट आरक्षित होने की स्थिति में यहां तीन चार्टर विमानों की ही पार्किंग संभव है। ऐसे में अयोध्या के साथ लखनऊ में ड्रॉप-एंड-मूव नीति पर अमल होगा। अर्थात, विमान लोगों को ड्रॉप करने के बाद दूसरे किसी एयरपोर्ट पर पार्क होगा। वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट के एटीसी के अफसरों के अनुसार 32 चार्टर विमानों को रात में पार्क करने की अनुमति मांगी गई थी लेकिन सीमित साधन के कारण 13 को अनुमति दी गई। ये विमान पांच सीटर से लेकर 15 सीटर तक के होंगे। अयोध्या में अतिथियों को छोड़ने के बाद चार्टर विमान रात में पार्क होने यहां पहुंचेंगे। अगले दिन 23 जनवरी को मेहमानों को लेने अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट रवाना होंगे। गोरखपुर एयरपोर्ट पर 21 और 22 तारीख में 13 जहाज की पार्किंग की अनुमति मांगी गई है। एयरपोर्ट डाइरेक्टर अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि 13 जहाज यहां पार्क होंगे, जो 22 जनवरी को यहां से अयोध्या होते हुए रवाना हो जाएंगे। कुशीनगर एयरपोर्ट पर छह जहाज की पार्किंग की अनुमति मांगी गई है लेकिन वहां एएलएस न होने से मौसम के चलते दृश्यता कम होने पर जहाज उतर नहीं पाएंगे। इसलिए अभी अनुमति पर संशय है। पटना और गया एयरपोर्ट पर 22 जनवरी को अयोध्या से दो-दो विमान भेजे जाएंगे।  
कानपुर एयरपोर्ट पर 21 को चार विमान और 22 जनवरी को सात विमान पार्क करने की अनुमति दी गई है। यह आवेदन नागरिक उड्डयन मंत्रालय को किए गए थे। मुख्यालय के आदेश पर हैंगर आरक्षित किए गए हैं। प्रयागराज एयरपोर्ट पर सिर्फ चार विमान की ही पार्किंग की क्षमता है। इसलिए यहां पर वायु सेना से भी अनुरोध किया गया है कि वह अपने यहां कम से कम तीन विमान की पार्किंग की व्यवस्था करें। एयरपोर्ट निदेशक आरआर पांडेय के मुताबिक फिलहाल यहां 11 विमान खड़ा करने के लिए आवेदन मिला है। पटना एयरपोर्ट पर विजिटर्स एंट्री 30 जनवरी तक बंद कर दी गई है। साथ ही एटीसी को भी अतिरिक्त विमानों की आवाजाही को लेकर तैयार रहने को कहा गया है।कई बड़े उद्योगपतियों के चार्टर विमान भी लखनऊ में उतर रहे हैं। साथ ही कुछ और नामचीन हस्तियां भी लखनऊ आ रही हैं। इन राज्य अतिथियों की सूची में लक्ष्मी मित्तल, श्रीश्री रविशंकर, एचडीएफसी के संस्थापक दीपक पारेख, नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, गायक कैलाश खेर, जीवीके समूह के डॉ. जीवीके रेड्डी के नाम भी शामिल हैं। इनके अलावा क्रिकेटर अनिल कुम्बले और मशहूर गायिका स्वर्गीय लता मंगेशकर के परिवार से जुड़े लोग भी लखनऊ आ रहे हैं। शनिवार को ही बॉलीवुड गायिका अनुरोधा पौडवाल, लेखक, गीतकार फिल्म प्रमाणन बोर्ड प्रमुख प्रसून जोशी, बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल, शैलेष लोढ़ा, बाबा बालकनाथ भी शहर में आ चुके हैं। अतिथि एयरपोर्ट से सीधे अयोध्या के लिए रवाना हो गए। कुछ अतिथियों को यहां होटल में ठहराया गया है जो कि बाद में अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।