भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव संपन्न हो गए हैं। नए विधायकों की शपथ ग्रहण समारोह होनी है। नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है। इसके लिए सबसे वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव के नाम की चर्चा थी। उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया जा सकता है। गोपाल भार्गव नवमी बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं।
यदि वह प्रोटेम स्पीकर बन जाएंगे, तो उन्हें जब तक नए अध्यक्ष का चुनाव नहीं होगा। तब तक प्रोटीन स्पीकर के पद पर बना रहना पड़ेगा। या उन्हें विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव लड़ना पड़ेगा। गोपाल भार्गव मंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। ऐसी स्थिति में उन्होंने प्रोटेम स्पीकर बनने से इनकार कर दिया है। परंपरा के अनुसार सबसे वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है। गोपाल भार्गव के इनकार करने के बाद अब नए वरिष्ठ सदस्य के नाम पर विचार किया जा रहा है। 2018 में दीपक सक्सेना को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था।