भोपाल । पयार्प्त फैकल्टी नहीं होने के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते प्रदेश के 19 नर्सिंग कालेजों की संबद्धता समाप्त करने की तैयारी की जा चुकी है। असल में नर्सिंग काउंसिल ने जिन कालेजों की संबद्धता समाप्त कर दी थी,  उनकी शिक्षा सत्र 2022-23 की संबद्धता को लेकर मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय कार्यपरिषद ने भी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। बताया गया है कि इन नर्सिंग कालेजों की जांच जब की गई थी तो इनमें डुप्लीकेट फैकल्टी के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी जैसे बिंदु रेखांकित किये गए थे। इन्हें देखते हुए इनकी संबद्धता समाप्त करने की शिफारिश की गई थी, जिस पर विवि कार्यपरिषद ने भी कड़ा रुख दिखाया है। 
जांच के बाद जिन नर्सिंग कालेजों की संबद्धता निरस्त करने का फैसला लिया गया है, उनमें भोपाल का महाराणा प्रताप स्कूल आफ नर्सिंग, एनआरआई इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, टेक्नोक्रेटस स्कूल आफ नर्सिंग, जबलपुर का सुख सागर कालेज, इंदौर का मधुबन स्कूल आफ नर्सिंग, ग्वालियर के सर्व धर्म स्कूल आफ नर्सिंग, पीजी कालेज आफ नर्सिंग, अभिषेक नर्सिंग कालेज, बीआईपीएस स्कूल आफ नर्सिंग, जेबी इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, वैष्णवी इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, दतिया के जीएनएस नर्सिंग कॉलेज, स्वामी जी महाराज कालेज आफ नर्सिंग, रतलाम का सैलाना कालेज आफ नर्सिंग, खंडवा का श्री रविन्द्रनाथ टैगोर इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज, रीवा का टीडी इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज कालेज, धार का ज्ञान स्कूल आफ नर्सिंग व इंदौर इंटरनेशनल कालेज शामिल हैं।