बदनावर ।   ग्राम ढोलाना में 13 जनवरी की रात खेत पर एक युवक की जघन्य हत्या कर दी गई थी। इस मामले का पुलिस ने 48 घंटे में ही पर्दाफाश कर दिया है। अवैध संबध के चलते प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने अपने ही पति की हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी समेत दूर के रिश्तेदार मनसुख कैलाश पाटीदार निवासी ग्राम मांगरोल जिला रतलाम व एक अन्य रिश्तेदार ढोलाना के ही अजय शांतिलाल पाटीदार को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से महिला को जेल भेज दिया गया। जबकि दोनों आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया गया। एसडीओपी शेरसिंह भूरिया ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस को 14 जनवरी की सुबह सूचना मिली थी कि ग्राम ढोलाना से कुछ दूर रामगोपाल पाटीदार के खेत में बनी झोपड़ी के पास एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा है। सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा। मौके पर देखा कि गांव के ही दिलीप राधेश्याम पाटीदार की अज्ञात व्यक्ति ने सिर कुचलकर हत्या कर दी है। हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू की गई। मौके से हत्या में प्रयुक्त सरिया बरामद कर इंदौर से एफएसएल अधिकारी को बुलवाकर सूक्ष्मता से परीक्षण करवाया। तफ्तीश के दौरान पुलिस ने दिलीप के साथी, रिश्तेदारों व मुखबिरों से चर्चा की तो यह बात सामने आई कि मृतक के घर आरोपित मनसुख पाटीदार का आना-जाना था। दिलीप की पत्नी से उसके अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर दिलीप तथा उसकी पत्नी का आए दिन झगड़ा होता था। यह बात दिलीप की पत्नी ने मनसुख पाटीदार को बताई तो उसने अपने जीजा अजय पाटीदार के साथ मिलकर दिलीप की हत्या करने की योजना बनाई। इस पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर घटना में शामिल मनसुख पाटीदार को उसके घर से पकड़कर पूछताछ की। उसने दिलीप की हत्या अपने साथी अजय पाटीदार के साथ करना कुबूल किया। बताया कि वह तथा अजय पाटीदार दिलीप को लेकर खेत पर गए। रात में वहीं पर खाना खाया। इस दौरान अवैध संबंधों की बात को लेकर दिलीप से कहासुनी हुई तथा दोनों ने मिलकर अपने साथ छिपाकर लाए लोहे के सरिए से दिलीप को सिर में मारा। इससे वह नीचे गिर गया। पास में पड़े पत्थर से दोनों ने मिलकर उसका सिर कुचल दिया। उसे मृत अवस्था में वहीं छोड़कर भाग गए। घटना में दिलीप की पत्नी भी शामिल बताई गई। 12 जनवरी को वह अपने मायके जाने का कहकर गई थी, किंतु वहां नहीं जाते हुए मनसुख के यहां रुकी थी। पत्नी ने ही मनसुख को बताया था कि पति खेत पर पहुंच गया है। दिलीप की तीन नाबालिग लड़कियां हैं।

सीसीटीवी कैमरे की भी ली मदद

बदनावर की एक होटल में सीसीटीवी फुटेज में आरोपित मनसुख का चेहरा सामने आया था। वह ढोलाना जाने से पहले यहां एक होटल के सामने रुका था। खुद का मोबाइल उसने बंद कर लिया और वहां एक अन्य व्यक्ति का मोबाइल लेकर उसने दिलीप के बारे में जानकारी ली थी। घटना के बाद काल डिटेल में इसका पर्दाफाश हुआ था। पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के मार्गदर्शन व एसडीओपी बदनावर शेरसिंह भूरिया के निर्देशन में थाना इंचार्ज एसआइ आकाशसिंह हिंडोलिया, एएसआइ प्रहलादसिंह बोरा व धर्मेंद्र श्रीवास्तव, प्रधान आरक्षक संतोष यादव, राजपालसिंह चुंडावत, आरक्षक अनिल द्विवेदी, मेहरबान सिंह, योगेश पाटीदार, सचिन जमरे, सचिन जाट, सायबर सेल के आरक्षक प्रशांत, महिला आरक्षक निहालकुंवर व लक्ष्मी निनामा की भूमिका रही।