बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी भी तरह की नाराजगी की खबरों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि उनको किसी पद का कोई लालच नहीं है. 26 दलों के नेताओं के बीच अच्छी बातचीत हुई है. मुझे पूरा भरोसा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम आएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मौजूद नहीं रहने को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम नाराज हैं. हालांकि आज उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह की खबरें निराधार है. उन्होंने कहा कि अच्छे माहौल में सभी दलों के बीच बातचीत हुई है. बीजेपी के नेताओं का काम ही है बेमतलब की बात करना लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.

"मुझे किसी पद का कोई लालच नहीं': वहीं, इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस के नाम और उनको संयोजक नहीं बनाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे संयोजक या किसी भी पद का कोई लालच नहीं है. मैंने जो सुझाव दिए हैं, उन पर विचार किया गया है. सीएम ने कहा कि मुझे राजगीर आना था, इसलिए शाम को ही पटना के लिए निकलना पड़ा.

"लीजिये कैसी बात कर रहे हैं. मेरा मन तो राजगीर आने का हो रहा था. वैसे सुबह आने वाले थे लेकिन फ्लाइट की वजह से शाम को ही निकलना पड़ा. बीजेपी के लोगों की बात मत कीजिए. उन लोगों के चक्कर में मत पड़ें. वो लोग बैठक में गए थे क्या? सर्वसम्मति से सारी बातों पर सहमति बन गई है. मुझे किसी पद का कोई लालच नहीं है. मेरा एक ही मकसद है बीजेपी को सत्ता से हटाना"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

एनडीए पर नीतीश का निशाना: वहीं विपक्षी दलों के जवाब में एनडीए की बैठक में 38 दलों के शामिल होने पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे गठबंधन से बीजेपी डर गई है. इसलिए ऐसे दलों को बुलाया जा रहा है, जिसका कोई जनाधार नहीं है. उनसे पूछिये ना कभी इससे पहले एनडीए की बैठक बुलाई गई थी. सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि कई लोगों को बुला-बुलाकर संख्या गिनाई जा रही है. जिन लोगों को हमने निकाल दिया, वह उनके साथ हैं.