हापुड़ । ईद-उल-अजहा के मौके पर ईदगाह कमेटी ने ईद की नमाज सड़कों पर नहीं पढ़ने के ‎लिए आगाह ‎किया है। कमेटी ने कहा ‎कि कोई भी ऐसा करेगा तो उसपर कार्रवाई होगी। गौरतलब है ‎कि 29 जून को देश में ईद-उल-अजहा (बकरीद)मनाई जाएगी। लेकिन इससे पहले उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में मुस्लिम इलाकों और मस्जिदों पर पोस्टर लगाये गये हैं। इन पोस्टर में ईदगाह कमेटी की ओर से मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की गई है कि वह ईद की नमाज सड़क पर न पढ़ें। इसके अलावा अन्य दिशा-निर्देश भी इन पोस्टर और बैनर के माध्यम से दिये गये हैं। हापुड़ ईदगाह कमेटी के सचिव डॉक्टर निजामुद्दीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है कि ईद की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जाएगी। इसी का पालन करते हुए सभी मुस्लिम नमाजियों को दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं कि वह मस्जिदों में ही ईद की नमाज अदा करे। ईद की नमाज ईदगाह के अंदर सवा सात बजे होगी। इसके अलावा शहर की बड़ी मस्जिदें, जिनके अंदर जुमे की नमाज होती है। वहां भी ईद की नमाज पढ़ने का इंतजाम किया गया है। 
डॉक्टर निजामुद्दीन ने कहा है कि सरकार के आदेशों के बावजूद भी अगर किसी के द्वारा सड़क पर ईद की नमाज पढ़ी जाती है, तो उसके खिलाफ पुलिस-प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी उसकी स्वयं की होगी। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सड़क पर नमाज न अदा किये जाने के दिशा-निर्देश जारी किये है। जिसको लेकर हापुड़ जिले का प्रशासन बेहद सतर्क है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक कर सड़क पर नमाज न पढ़े जाने की अपील की जा रही है। जिसका असर हापुड़ में दिखाई दिया है। इसी के चलते ईदगाह कमेटी की ओर से मुस्लिम इलाकों और मस्जिदों पर बैनर, पोस्टर लगाये गये हैं और ईद की नमाज ईदगाह के अलावा मस्जिदों में पढ़े जाने की अपील की जा रही है।