मध्यप्रदेश की राजनीति में कांग्रेस में जारी भाई-भतीजावाद का चेहरा खुलकर सामने आ गया है। वचन पत्र के झूठे वादे के बाद ताजा मामला वचन पत्र में दिग्गज नेताओं की तस्वीर का है। जिसमें पार्टी ने मनमोहन सिंह की फोटो गायब कर दी है। इसके साथ ही कांग्रेस की नींव रखने वाले पुराने नेता जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, वीवी गिरि, बाबू जगजीवन राम आदि की फोटो वचन पत्र से गायब है, जबकि वर्ष 2018 के चुनावी घोषणा पत्र में इन सभी नेताओं को प्रमुखता से शामिल किया गया था। 
कांग्रेस पार्टी की भीतरी कलह मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में सामने आ ही गई थी, अब पार्टी में पोस्टर को लेकर नया विवाद छिड़ गया है। वचन पत्र में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की फोटो गायब है, दिग्गविजय सिंह से बड़ी फोटो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की हो गई है, वचन पत्र में राहुल गांधी का कद भी घटा दिया गया है। कवर पेज पर से इंदिरा गांधी सहित पार्टी में अहम योगदान देने वाले वरिष्ठ नेताओं को हटा दिया गया है। जबकि वर्ष 2018 के वचन पत्र में सबसे बड़ी तस्वीर पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी की थी। इस बार कवर पेज पर सबसे बड़ी तस्वीर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की है, पार्टी अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे कवर पर सबसे ऊपरी हिस्से पर दिख रहे हैं, पार्टी अध्यक्ष की तस्वीर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के समकक्ष दिख रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो नये वचन पत्र में दिग्विजय सिंह की पुरानी फोटो ही ली गई है। मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वित्तीय नीतियों की तारीफ करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही दूरी बना ली थी, अब वचन पत्र से फोटो भी हटा दिया गया है