कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने संतों को बांटे लिफाफे, महिलाओं को साड़ियां बांटकर किया आचार संहिता का उल्लंघन: रानी अग्रवाल

आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग कैलाश विजयवर्गीय का नामांकन करे रद्द: आप प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल


इंदौर  ।   इंदौर में भाजपा प्रत्याशी और कैलाश विजयवर्गीय द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने उन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं लेकिन अबतक जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के दौरान उनके बेटे आकाश ने संतों को लिफाफे बांटे और महिलाओं को साड़ियां बांटी गईं।ये आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन हैं।

आप की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन होने और मीडिया में खबरें आने के बाद भी जिला प्रशासन ने अबतक कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को संज्ञान लेकर उनका नामांकन रद्द करना चाहिए। वहीं उन्होंने रुपये देकर नाबालिग बच्चों के हाथ में पार्टी के झंडे दे दिए और बच्चों से मजदूरी कराई। उन्होंने कहा कि मामले में बाल आयोग को भी संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि ये गैरकानूनी है।

रानी अग्रवाल ने कहा कि इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश में भाजपा की हार सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सभाओं में अब भीड़ ही नहीं जुटती है क्योंकि जनता इनके झूठ को पहचान गई है। उन्होंने कहा कि इंदौर में भी कैलाश विजयवर्गीय के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन और केंद्रीय मंत्री राजनाथ की सभा में भीड़ नहीं जुटी तो भाड़े पर लोग बुलाए गए। सभास्थल तक लोगों को लाने के लिए बसों के साथ सिटी बसों को लगा दिया गया। जबकि शहर के लोग परेशान होते रहे। 

आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त कर सरकार बनाने वाली भाजपा और कैलाश विजयवर्गीय पैसों के दम पर चुनाव जीतना चाहती है लेकिन मध्य प्रदेश की जनता और लोग बिकाऊ नहीं हैं। प्रदेश की जनता अबकी बार चुनाव में इनके पैसों का घमंड और दंभ चकनाचूर करने वाली है।