भोपाल । प्रदेश के नए मंत्रिमंडल के सभी साथियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश के कई क्षेत्र मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व से वंचित रह गए। यहां तक कि आदिवासी जिले धार को भी प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। मोदी सरकार 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देने के लिए विधेयक पारित करा दिया, लेकिन मंत्रिमंडल में मात्र पांच महिलाओं को सदस्य बनाया गया है, जबकि नौ महिला सदस्यों को मंत्री बनाया जाना था। 
 सिंघार ने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के नए मंत्रिमंडल के सभी साथियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं एवं अपेक्षा की मंत्रिमंडल के सदस्य प्रदेश के विकास में सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि मोहन मंत्रिमंडल में महिला, एसटी-एससी सदस्यों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में स्थान नहीं दिया गया। सिंघार ने कहा कि भूपेंद्र सिंह, बृजेंद्र प्रताप सिंह, जयंत मलैया आदि कद्दावर विधायकों को मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है। जिससे मोहन सरकार असंतुलित रहेगी। उधर सबसे अधिक मतों से जीतने वाले रमेश मेंदोला को मंत्री न बनाकर के कैलाश विजयवर्गीय और उनके बीच में दरार पैदा कर दी गई एवं नौ बार से लगातार जीतने वाले कद्दावर विधायक गोपाल भार्गव को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाने से प्रदेश के ब्राह्मण समाज को नाराज कर दिया।