भोपाल  ।  राजधानी में अब लोगों को बंदूक रखने का शौक थोड़ा महंगा पड़ेगा। हालांकि यह महंगा शौक उनके लिए सवाब यानी पुण्य का काम करेगा। क्योंकि इसके लिए लगने वाली फीस से जरूरतमंदों को समय पर आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाएगी। दरअसल, अब लोगों को बंदूक के लाइसेंस बनवाने और उनका नवीनीकरण कराने पर रेडक्रास फंड की फीस के रूप में रसीद कटानी होगी। जो पहले तय फीस से दोगुना होगी। इसकी रसीद कटवाए बिना लाइसेंस की प्रक्रिया ही पूरी नहीं हो सकेगी। कलेक्ट्रेट की शस्त्र शाखा ने राइफल के लिए 10 हजार और पिस्टल के लिए 20 हजार रुपये रेडक्रास फंड की फीस तय कर दी है। बता दें कि रेडक्रास एक ऐसा फंड है जिसके तहत कलेक्टर द्वारा जरुरतमंद लोगों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाती है।

फंड कम होने से उठाया कदम

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर में जनसुनवाई के साथ ही अन्य दिनों में ऐसे लोग पहुंचते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। वह अपना उपचार कराने में सक्षम नहीं होते हैं, साथ ही घरेलू परेशानी से भी जूझ रहे होते हैं। ऐसे में कलेक्टर द्वारा रेडक्रास फंड से आठ हजार रुपये या इससे अधिक की आर्थिक मदद दे दी जाती है। इस फंड के लिए कहीं से कोई राशि नहीं मिलती है इसलिए यह निर्णय लिया गया है ताकि रेडक्रास का फंड कम न हो।

पहले सिर्फ लाइसेंस बनवाने पर लगती थी फीस

पहले सिर्फ नए लाइसेंस लेने पर पांच हजार रुपये रेडक्रास फंड की फीस के रूप में देना पड़ते थे, लेकिन अब नवीनीकरण के लिए भी फीस जमा करनी होगी। बिना रेडक्रास की रसीद कटाए नए आवेदन की फाइल आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।

एक नजर में रेडक्रास की फीस

- पहले लाइसेंस के लिए आवेदन करने की पर लगती थी फीस - पांच हजार रुपये
- पिस्टल के लाइसेंस के लिए फीस देनी होगी - 20 हजार रुपये
- 12 बोर या राइफल के लाइसेंस के लिए फीस लगेगी - 10 हजार रुपये
- लाइसेंस नवीनीकरण के लिए लगेंगे- पांच हजार रुपये

जिले में कुल बंदूक लाइसेंस

लाइसेंसधारी - संख्या

पुरुष - 9,235
महिला - 363
बैंक - 89

कुल - 9,687

भोपाल में नए लाइसेंस बनवाने और पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण करने पर रेडक्रास की फीस जमा करना अनिवार्य किया गया है। अब सभी शस्त्रधारियों को यह जमा करनी होगी। अन्य जिलों में लाइसेंस के साथ रेडक्रास फीस ली जाती है या नहीं, इस बारे में मुझे कुछ पता नहीं हैं।

- हरेन्द्र नारायण, एडीएम भोपाल