आईएएस अधिकारी पवन यादव को बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का निजी सचिव नियुक्त किया गया है. मणिपुर कैडर के 2014 बैच के आईएएस अधिकारी पवन यादव केंद्रीय गृह मंत्रालय में उप सचिव के रूप में कार्यरत थे. कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने उप सचिव के रूप में यादव के कार्यकाल में कटौती को मंजूरी दे दी है. मंत्रालय ने 2 अप्रैल 2027 तक की अवधि के लिए अमित शाह के निजी सचिव के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी, जो पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी.

उधर, गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज संसद में त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक-2025 पर कहा, सहकारिता एक ऐसा क्षेत्र है, जो देश में एक प्रकार से हर परिवार को छूता है. हर गांव में कोई न कोई ऐसी इकाई है, जो सहकारिता के माध्यम से कृषि विकास, ग्रामीण विकास और स्वरोजगार के काम के अंदर जुटी हुई है और देश के विकास में योगदान करती है. ये जो विधेयक है आपके माध्यम से पारित होने के बाद इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त होगी, स्वरोजगार और छोटी उद्यमिता का विकास होगा, सामाजिक समावेशन भी बढ़ेगा.

त्रिभुवनदास किशिभाई पटेल ने डाली थी अमूल की नींव

उन्होंने कहा, ये त्रिभुवन नाम त्रिभुवनदास किशिभाई पटेल के नाम से है और ये वही व्यक्ति हैं जिन्होंने अमूल की नींव डालने का काम किया. त्रिभुवनदास सरदार पटेल जैसे महान नेता के सानिध्य में रहकर भारत के अंदर सहकारिता की नींव डालने वाले व्यक्तियों में से एक हैं. आज अमूल का ग्रूप टर्नओवर 90 हजार करोड़ तक पार कर गया है.

त्रिभुवनदास पटेल को बहुत बड़ी श्रद्धांजलि देने का काम

अमित शाह ने कहा, गुजरात की 36 लाख महिलाओं को स्वरोजगार देने का काम हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस विधेयक को, इस यूनिवर्सिटी को त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी का नाम देकर त्रिभुवनदास पटेल को बहुत बड़ी श्रद्धांजलि देने का काम किया है. साल 2014 में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी. ये 10 साल का कालखंड इस देश के गरीबों के लिए जब भी देश का इतिहास लिखा जाएगा, स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा.