दिसपुर ।    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम के दौरे पर हैं। यहां उन्‍होंने रोड शो भी किया और सभा को भी संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि समारोह "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का प्रतिबिंब हैं। यह उत्सव "सबका प्रयास" के साथ विकसित भारत के हमारे संकल्प को पूरा करने की प्रेरणा है। इसी भावना के साथ पूर्वोत्तर और असम के विकास के लिए आज कई परियोजनाओं का शिलान्यास और कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है। आज नॉर्थ ईस्ट में अविश्वास का माहौल दूर हो रहा है, दिलों की दूरी मिट रही है। हमारी सरकार के प्रयासों से आज नॉर्थ ईस्ट में हर तरफ स्थाई शांति आ रही है। अनेकों युवाओं ने हिंसा का रास्ता छोड़कर, विकास के रास्ते पर चलना शुरू कर दिया है। हमने पिछले नौ वर्षों के दौरान 'डिस्कनेक्ट' आज भारत आजाद है और आज विकसित भारत का निर्माण हम सभी का सबसे बड़ा सपना है। हमें देश के लिए जीने काबहुत सारे लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं कैसे बड़े लक्ष्य निर्धारित करता हूं, और क्या मैं एक विकसित भारत के निर्माण पर भरोसा करता हूं।

जवाब बहुत सरल है। मुझे तुम पर विश्वास है। मुझे देश के युवाओं पर विश्वास है। सौभाग्य मिला है। मेरे भारत के युवाओं, आपमें विश्व विजय करने का सामर्थ्य है। आप आगे बढ़िए... तेज गति से विकास की बागडोर संभालिए...विकसित भारत के द्वार खोलिए।को जोड़ा। पूर्वोत्तर के अधिकांश गाँव बारहमासी सड़कों से जुड़े हुए हैं।इसके अलावा कई नए एयरपोर्ट बनाए गए हैं। अब ब्रॉडगेज ट्रेनें मणिपुर और त्रिपुरा पहुंच गई हैं। पिछले नौ साल में हमने कनेक्टिविटी को लेकर पुराने अप्रोच को बदला है।

सत्ताएं बदली, शासक आए-गए, लेकिन भारत अटल रहा। हम भारतीयों का मन अपनी मिट्टी से बना है, अपनी संस्कृति से बना है। यही आज विकसित भारत के निर्माण की आधारशिला है। भारत की विशेषता यही है कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं हजारों-हजार वर्षों से हर भारतवासी को जोड़ती आई हैं। हमने मिलकर, गुलामी के लंबे कालखंड के हर हमले का सामना किया। हमने मिलकर, अपनी संस्कृति और सभ्यता पर कड़े से कड़े प्रहार झेले।

आज हमारे लिए संयोजकता एक साथ चार दिशाओं में महायज्ञ है।

1. भौतिक संपर्क

2. डिजिटल कनेक्टिविटी

3. सामाजिक संपर्क

4. सांस्कृतिक जुड़ाव