नई दिल्ली  । त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी ने एक रैली के दौरान  कांग्रेस और लेफ्ट के बीच हुए गठबंधन पर तंज कसा है। उन्होंने शनिवार को त्रिपुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज जो पार्टियां केरल में कुश्ती कर रही हैं वहीं यहां अपने फायदे के लिए एक साथ आए हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कुछ और पार्टियां भी विपक्ष के इस गठबंधन को अपना साथ दे रही हैं। लेकिन मैं जनता से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि आपका कोई भी वोट अगर इन्हें गया तो ये त्रिपुरा के विकास को कई वर्ष पीछे ले जाने के लिए होगा। 
प्रधानमंत्री ने गोमती जिले के राधाकिशोरपुर में एक चुनावी रैली में कहा कि जो पार्टियां कुशासन के लिए ही जानी जाती रही हैं वो आज चंदे लिए हाथ मिला चुके हैं। मैं आपको बता दूं ये वही पार्टियां हैं जो केरल में कुश्ती लड़ रही हैं और त्रिपुरा में दोस्ती दिखा रही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ आपके वोट को बांटना चाहती है। कुछ छोटी पार्टियां भी वोट को बांटने के लिए उनका साथ दे रही हैं। उन्हें लगता है कि वो ऐसा करके चुनाव का परिणाम बदल देंगे और इसके बाद उन्हें इसके लिए जो चाहें वो मिलेगा। जो लोग खीरद-फोरख्त का ख्वाब लेकर चल रहे थे उन्होंने तो खुदको अब अपने ही घर में कैद कर लिया है। 
इससे पहले दिन में धलाई जिले के अंबासा में एक अन्य चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि लेफ्ट और कांग्रेस की सरकारों ने आदिवासियों के बीच विभाजन पैदा किया, जबकि भाजपा ने उनके मुद्दों को हल करने के लिए काम किया है। इन मुद्दों में खास तौर पर ब्रू भी शामिल हैं। 
भाजपा देश में आदिवासियों के विकास के लिए काम कर रही है। हमने मिजोरम से विस्थापित 37,000 से अधिक ब्रू लोगों का त्रिपुरा में पुनर्वास कराया है। हमारी सरकार ने उच्च शिक्षा में आदिवासी भाषा कोकबोरोक को जोड़ा है। बात अगर केंद्रीय बजट की करूं तो हमने इसमें आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए 1 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।