भोपाल । मध्यप्रदेश में मिशन 2023 की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य दोनों पार्टी बीजेपी और कांग्रेस चुनाव की तैयारी में जुट गई है। चुनावी साल में एमपी में फिर राम-राम शुरू हो गई है। राम वन गमन पथ के न्यास के गठन पर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने कहा कि राम-राम का नाम इसलिए याद आ रहा है कि सरकार बर्बादी की ओर है। मात्र पाँच महीने के लिए दिखावे के लिए राम पथ के न्यास की क्या जरूरत है। बीजेपी ने भगवान को भी नहीं छोड़ा, भगवान को भी अपनी जरूरत की हिसाब से इस्तेमाल करती है। ये राजनैतिक गिरगिट है जो समय के अनुसार रंग बदलते रहते है। कहा कि अभी तो इनके नेता मस्जिद भी जाएँगे। राम नाम का इस्तेमाल इन्होंने बस चंदे और वोट के लिए किया है।
कांग्रेस ने द केरल स्टोरी मूवी पर बैन लगाने की मांग सरकार से की है। कांग्रेस ने केके मिश्रा ने बड़ा आरोप लगाया है कि सबको मालूम है कि ये मूवी चुनाव के पहले वोट की राजनीति के लिए बनाई गई है। इस तरह के मुद्दों को लेकर बीजेपी ध्यान भटकाना चाहती है। बजरंग बली, हिंदू मुस्लिम जैसी बातों से समाज को बांटने का काम कर रहे है। केरल स्टोरी समाज में विद्वेष फैलाने वाली मूवी है। इसपर तत्काल बैन लगना चाहिए, पर बीजेपी के नेता इसे प्रमोट करने में जुटे है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एकबार फिर बजरंग दल को निशाने पर लिया है। दिग्विजय सिंह ने बजरंग दल को चंदा वसूली दल बताया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बोला हमला, लिखा - यह भाजपा व वीएचपी का छोटे व माध्यम व्यापारियों से धौंस- धमकी दे कर चंदा वसूली दल बन चुका है। बीजेपी और वीएचपी को भी निशाने पर लिया है।
राम वन गमन पथ और चुनावी साल में राम राम की सियासत पर कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा कि हमें तो राम कल भी याद है आज भी याद है और आगे भी याद रहेंगे। हम राम को इस देश में कभी भूल नहीं सकते। कांग्रेस भगवान राम को भुलाने पर क्यों आतुर रहती है। भगवान राम को भुलाने के लिए ना केवल बात करती है बल्कि भगवान राम को नकारने का भी काम करती है। हमें भगवान राम से लेकर बजरंग बली तक सभी याद है। ये तो बजरंग बली की जय बोलने पर भी ताला लगाना चाहते हैं। राम वन गमन पथ पर लगातार तेजी से साथ काम हुआ, आइडेंटिफिकेशन हुआ, मैपिंग और सभी डॉक्यूमेंटेशन भी हुए हैं। उस पर रिसर्च करने का भी काम हुआ, लेकिन राम वन गमन पर 70 साल और बन सकता था आज भी इस पर काम हो सकता था, लेकिन कांग्रेस के शासनकाल में ऐसा हो ना सका।