नई दिल्ली । भक्ति और आस्था का महापर्व  इस बार भी हर साल की तरह देश की राजधानी में 17 से 20 नवंबर के दौरान मनाए जाएंगे। बिहार में इस पर्व को लोग सबसे ज्यादा जोर-शोर से मनाते हैं, लेकिन अब यह दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बनारस, कानपुर देश की लगभग सभी क्षेत्रों में छठ पर्व सेलिब्रेशन प्रचलन में आ गया है। दिल्ली सरकार ने देश की राजधानी में इसकी तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी  ने छठ घाट की तैयारियों को लेकर अधिकारियों और जनप्र​तिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व  की तैयारियां दिल्ली में जोर-शोर से शुरू कर दी गई है। अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली भर में 1000 से ज्यादा छठ घाट तैयार करेगी। ताकि शहर के हर हिस्से के श्रद्धालु पूरी आस्था और उत्साह के साथ छठ का आनंद ले सकें।  उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि छठ पूजा की तैयारियों में किसी भी सुविधा, स्वच्छता, सुरक्षा और सुंदरता में कोई कमी ना रहे। राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार इस बार भी राजधानी में एक जजार से अधिक छठ घाट स्थापित किए जाएंगे। छठ पूजा लाखों लोगों की आस्था से जुड़ी है। केजरीवाल सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि छठ पूजा करने वालों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी हिस्सों में अधिकारियों के साथ मिलकर घाटों पर साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है छठ घाटों पर बिजली और पानी जैसी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने को कहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुसार जिले बनाएं और निर्माण कार्य शुरू करें। घाटों पर आवश्यक सुविधाएं जैसे स्वच्छ पानी, तंबू, बिजली, शौचालय और चिकित्सा सेवाएं होनी चाहिए। साथ ही कई घाटों पर सरकार की मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। आतिशी ने इस बात की भी जानकारी दी कि दिल्ली में छठ घाटों की संख्या 2014 में 69 से बढ़कर 2022 में 1,100 हो गई है। आप सरकार के मुताबिक छठ पर्व का बजट भी 2014 में लगभग 2.5 करोड़ से बढ़ाकर 2022 में 25 करोड़ कर दिया गया।