100 करोड़ की लागत से बनने वाला मंदिर सामाजिक समरसता का उत्कृष्ट केंद्र बनेगा


भोपाल। सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास का मंदिर बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को इस मंदिर का शिलान्यास करेंगे। उनके प्रस्तावित मप्र दौरे से एक दिन पहले इस मंदिर का थ्री-डी मॉडल भी सामने आया है। इस मंदिर को नागर शैली से बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर में 8 फरवरी को संत रविदास मंदिर की योजना को भव्य रूप देकर निर्माण कराने की घोषणा की थी। इसे ही अंतिम रूप दिया जा रहा है।

रिसर्च का बड़ा केंद्र बनेगा यह मंदिर
संत रविदास मन्दिर एवं कला संग्रहालय परिसर विभिन्न सुविधाओं के साथ देश-विदेश के कई साधक, संशोधक और भक्तों को आकर्षित करेगा। आधुनिक संसाधन, प्रकाश, पेड़-पौधों से परिसर का वातावरण ज्ञान के साथ सुकून का अनुभव भी कराएगा। संत रविदास मन्दिर एवं कला संग्रहालय 101 करोड़ की लागत से 11.21 एकड़ भूमि में आकार लेगा। मध्य में 5500 वर्गफुट में मुख्य मन्दिर होगा, जिसे नागर शैली से बनाया जाएगा। मंदिर में गर्भगृह, अन्तराल मन्डप तथा अर्धमन्डप बनेंगे। मन्दिर केवल पूजा का स्थान न बनकर सांस्कृतिक-आध्यात्मिक संवाद का केन्द्र बनेगा। संग्रहालय के प्रवेश द्वार के सामने बड़ा-सा जलकुंड बनाया जाएगा। उसके पास विहार करने योग्य विशाल गलियारा बनेगा।

313 नदियों का जल किया गया है एकत्रित
18 दिनों तक मध्यप्रदेश में चलने वाली संत शिरोमणि रविदास समरसता यात्रा का समापन 12 अगस्त को सागर में हो रहा है। नीमच, धार, श्योपुर, बालाघाट और सिंगरौली से एक साथ 25 जुलाई को यह समरसता यात्रा शुरू हुई थी। समरसता यात्रा के पांचों रूटों में 2500000 से अधिक लोग शामिल हुए थे। इस यात्रा में 20641 गांव से मिट्टी और 313 नदियों का जल सांकेतिक रूप से इक_ा किया गया है। प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए भाजपा का दूसरा सामूहिक आयोजन है, इससे पहले अप्रैल में भाजपा ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने के लिए ग्वालियर में अनुसूचित जाति के सदस्यों का महाकुंभ भी आयोजित किया था।