तिरुवनंतपुरम । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में भारत जोड़ो यात्रा पूरी की है। कांग्रेस नेता शुरुआती दिनों में यात्रा को छोड़ देना चाहते थे। इतना ही नहीं, राहुल गांधी यह भी सोच रहे थे कि क्या उन्हें किसी और को इस यात्रा को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंप देनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केपीसीसी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान इस पर विस्तार से बातचीत की।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए कहा भारत जोड़ो यात्रा के शुरुआती दिनों में राहुल गांधी को घुटने की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा था, जिसने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया कि उन्हें यात्रा छोड़ देनी चाहिए और यात्रा की कमान किसी और को सौंप देनी चाहिए। वेणुगोपाल ने बताया कि यह बहुत नाजुक स्थिति थी। राहुल गांधी की तकलीफ को देखते हुए वह प्रियंका गांधी को यह बताने के लिए मजबूर हो गए थे कि उनके भाई गंभीर दर्द के कारण देशव्यापी पदयात्रा छोड़ रहे हैं। वह यात्रा की कमान कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता को सौंपना चाहते हैं।
केरल के भारत जोड़ो यात्रियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित समारोह में केसी वेणुगोपाल ने बताया कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू होने के तीसरे दिन जब यात्रा केरल में प्रवेश कर रही थी, तब राहुल गांधी के घुटने का दर्द बहुत बढ़ गया था। एक रात, उन्होंने मुझे अपने घुटने के दर्द की समस्या के बारे में बताने के लिए फोन किया। उन्होंने कहा अब उनकी जगह कोई और अब इस यात्रा की कमान संभाले, लेकिन यात्रा रुकनी नहीं चाहिए। इसे पूरा कीजिए।
7 सितंबर 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा के केरल में प्रवेश करने के दौरान हुई घटनाओं के क्रम का जिक्र करते हुए केसी वेणुगोपाल ने कहा राहुल गांधी के बिना यात्रा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए अकल्पनीय थी। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव ने कहा कि इसके बाद प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के घुटनों में दर्द की गंभीरता के बारे में बताने के लिए फोन किया। राहुल गांधी द्वारा सुझाए गए एक फिजियोथेरेपिस्ट उनकी मेडिकल टीम में शामिल हो गए और उन्होंने उनका इलाज किया। वेणुगोपाल ने समारोह में कहा कि ईश्वर की कृपा से उनका दर्द ठीक हो गया। राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा ने 10 सितंबर को केरल में प्रवेश किया था और यह 19 दिनों तक राज्य में घूमी थी। जबकि भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को कश्मीर में समाप्त हुई थी।