तिरुवनन्तपुरम। केरल में ‎फिलहाल ‘निपाह वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। हालां‎कि एक नौ साल के बच्चे का इलाज चल रहा है, उसे अब वेंटिलेटर से हटा दिया गया है। फिलहाल वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज  ने बताया कि बच्चे की सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, उसकी स्थिति आशाजनक है। फिलहाल 1233 लोग अब संपर्क सूची में हैं। 23 लोगों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। आईएमसीएच में 4 लोग भर्ती हैं। वहीं 36 चमगादड़ों के नमूने इकट्ठा किए गए और परीक्षण के लिए भेजे गए। निपाह वायरस की स्थिति का जायजा लेने के लिए एहतियात के तौर पर 34,167 घरों में हाउस विजिट पूरा हो चुका है। सतर्कता और सावधानी बरतने के सवाल पर मंत्री जॉर्ज ने कहा कि वायरस का इन्क्यूबेशन पीरियड 21 दिनों का होता है। इसलिये अंतिम पुष्ट मामला आने से दोगुनी अवधि यानि 42 दिन तक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिये पुलिस की मदद ली जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘हम उनके मोबाइल टॉवर लोकेशन का पता लगाने के लिये पुलिस की मदद लेंगे। 
मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि इस बीच केंद्रीय टीम 2018 में जिस इलाके में निपाह का प्रकोप फैला था, उस इलाके का सर्वे करेगी और वहां की पारिस्थितिक में किसी भी बदलाव का पता लगाएगी। इसके अलावा पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की टीम भी फील्ड सर्वे कर रही हैं। मंत्री जॉर्ज ने कहा कि ‘वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग भी की जा रही है। चमगादड़ों का सर्वे भी चल रहा है। पिछले साल और इस साल की शुरुआत में भी चमगादड़ सर्वे किया गया था।’ एक केंद्रीय चमगादड़ निगरानी दल भी यहां मौजूद है, जो उनके नमूने इकट्ठा कर रहा है।