वाशिंगटन । रूस-अमेरीका का आसमान में आमना-सामना हुआ। एक अमेरिकी कमांडर ने कहा कि रूसी विमानों ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के खिलाफ ऑपरेशन में हिस्सा ले रहे अमेरिकी ड्रोनों को 24 घंटे में दूसरी बार परेशान किया। वायु सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्सस ग्रिनकेविच ने रूसी वायुसेना के करतूतों को बताया है। उन्होंने कहा ‎कि विमानों ने ड्रोन के सामने फ़्लेयर गिराए और खतरनाक तरीके से उड़ान भरी, जिससे इसमें शामिल सभी विमानों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई। इससे पहले एक पायलट ने ड्रोन के सामने अपने विमान का आफ्टरबर्नर चालू कर दिया था। इस साल की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा था कि एक रूसी जेट ने काला सागर के ऊपर चल रहे एक ड्रोन के प्रोपेलर को काट दिया, जिससे वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वहीं रूस ने अमेरिका के आरोपों का खंडन किया है। रूस का कहना है कि इस नुकसान के पीछे वह जिम्मेदार नहीं है। रूस भले ही यूक्रेन से जंग लड़ रहा हो, लेकिन उसके लिए उसका सबसे बड़ा दुश्मन अमेरिका है। रूस को लगता है कि अमेरिका उसके मकसद को पूरा करने में बाधा बनता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका ने युद्ध में यूक्रेन का मनोबल बढ़ाया है। अमेरिका यूक्रेन मामले को लेकर बहुत ज्यादा गंभीर है। यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करना एक बड़ा संकेत है। अमेरिका ने इस जंग में यूक्रेन का साथ देकर इसे लंबा खिंचवाया है। बातचीत के लिए दोनों देशों से कोई तब ही राजी होगा जब एक बेहतर स्थिति आएगी लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हो सका है।