वाशिंगटन। वैज्ञा‎निकों ने चेतावनी दी है ‎कि धरती पर भयानक भूकंप आने के संकेत मिल रहे हैं। प्रशांत महासागर में फाल्ट लाइन के नाम से पहचाने जाने वाले एक क्षेत्र में होने वाले रिसाव  ने बड़े भूकंप के संकेत दिए हैं। वैज्ञानिकों ने प्रशांत महासागर के तल में एक अजीबोगरीब रिसाव पाया है जो एक दिन बड़े पैमाने पर भूकंप का कारण बन सकता है। विशेषज्ञ के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) और कनाडा के प्रशांत तटों से देखा गया यह रिसाव पहले कभी नहीं देखा गया था। इस रिसाव को पाइथिया ओएसिस के रूप में जाना जाता है जो कैस्केडिया सबडक्शन जोन (सीएसजेड) में मौजूद है। सीएसजेड वह जगह है जहां दो प्लेटें टकराती हैं, लेकिन यह संभव है कि यह फ्लूइड महाद्वीपीय और महासागरीय प्लेटों के बीच दबाव को नियंत्रित कर रहा हो। इस अजीब रिसाव के चलते बाहर निकलने वाला पानी एक फाल्ट लाइन पर है जहां तापमान 300 और 500 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होता है। यही कारण है कि न्यूपोर्ट, ओरेगॉन से लगभग 50 मील की दूरी पर समुद्र तल से छलकने वाला पानी गर्म है।
किसी भी मामले में, यदि अतिरिक्त पानी निकलता रहता है, तो रिपोर्ट कहती है, इससे फॉल्ट पर दबाव बढ़ सकता है और दो प्लेटों पर जोर भी। फिर, अगर तनाव बढ़ता है और प्लेटें हिलने लगती हैं तो भूकंप आ सकता है। वैज्ञानिकों ने समुद्र के एक मील नीचे मीथेन के बुलबुले उठते देखे। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के समुद्र विज्ञानी और व लेखक इवान सोलोमन ने बताया कि यदि फ्लूइड का दबाव अधिक है, तो अर्थ है कि घर्षण कम है और दो प्लेटें फिसल सकती है। यदि दबाव कम है, तो दो प्लेटें लॉक हो जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि फाल्ट लाइन से निकलने वाला फ्लूइड लुब्रिकेंट को लीक करने जैसा है। भूकंप के खतरों के लिए यह बुरी खबर है।