बेमेतरा छत्तीसगढ़ का कृषि प्रधान जिला है। यहां के किसान कर्ज लेने के मामले में पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर हैं। राज्य सरकार अल्पकालीन कृषि ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैंको के माध्यम से देती है। सहकारी बैंकों द्वारा जरूरतमंद किसानों को खरीफ फसलों की बुआई, निदाई सहित अन्य कार्यों के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण दिए जाने का सिलसिला लक्ष्य पूर्ति के बाद भी जारी है। खरीफ सीजन-2023 में अल्पकालीन कृषि ऋण लेने के मामले में बेमेतरा जिला पूरे प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। इस जिले के 99 हजार 511 किसानों ने 438 करोड़ 70 लाख रूपये का कृषि ऋण अपने-अपने क्षेत्र के सहकारी बैंको से प्राप्त किया है। इसके आलावा इस साल कर्जमाफी की उम्मीद में लोन लेने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है। गौरतलब है कि 2019 में प्रदेश सरकार द्वारा लोकहित में व्यापक पैमाने पर किसानों का अल्पकालीन कृषि ऋण माफी किया गया था। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बेमेतरा जिले के अंतर्गत 81 हजार 184 किसानों का 460.41 करोड़ का ऋण माफ किया गया। इस बार भी इसी उम्मीद से किसानों ने लोन ज्यादा लिया है। बेमेतरा जिला में इस साल धान का रकबा सबसे ज्यादा है। जानकारी अनुसार, इस वर्ष करीब एक लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर धान की खेती की जा रही है। दूसरी ओर किसानों को बारिश कम होने के कारण चिंता में डाल दी है। चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में एक जून से 27 अगस्त सुबह आठ बजे तक जिले में 558.9 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में अब तक सर्वाधिक वर्षा तहसील बेरला में 643.4 मिमी. और न्यूनतम 452.3 मिमी. वर्षा नादघाट तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा तहसील मे 560.5 मिमी. वर्षा, नवागढ़ तहसील में 455.2 मिमी. वर्षा, भिंभौरी तहसील में 569.3 मिमी, साजा तहसील मे 624.1 मिमी., थानखम्हरिया तहसील में 578 मि.मी. वर्षा एवं देवकर तहसील में 588 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।