मुंबई । सीएम ‎शिंदे ने अपने इस्तीफे की अटकलों को ‎विराम लगा ‎दिया है। उन्होंने अपने ‎विधायकों, सांसदों से कहा है ‎कि 2024 तक वही सीएम बने रहेंगे। गौरतलब है ‎कि महाराष्ट्र में एनसीपी के सरकार में शामिल होने के बाद शिवसेना के कुछ विधायक नाराज चल रहे हैं। विधायकों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उनके खाते में आने वाले मंत्री पद बंट जाएंगे। उनकी नाराजगी दूर करने के लिए सीएम ‎शिंदे द्वारा बुधवार को बैठक बुलाई गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से बुलाई गई बैठक में शिंदे गुट के विधायक पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के सरकार में आने के कारण शिवसेना के सामने कई मसले खड़े हो गए हैं। अब जिस जगह पर विधानसभा सीट के लिए शिवसेना ने तैयारी की थी, वहां पर एनसीपी के उम्मीदवार सामने आ गए हैं, तो ऐसी जगह पर उम्मीदवारों में असंतोष बढ़ गया है। बैठक में राष्ट्रवादी पार्टी के साथ कैसे तालमेल बिठाया जाए इस पर भी चर्चा हुई। बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने विधायकों भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि 2024 तक वे ही मुख्यमंत्री रहेंगे। 
सीएम शिंदे ने कहा ‎कि हम 50 विधायक जीतकर आएंगे और ज्यादा सीटें जीतने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा ‎कि मीडिया में मेरे इस्तीफे की जो खबरें आई हैं उनपर विश्वास मत करो। गौरतलब है ‎कि महाराष्ट्र की सियासत में घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। अपने चाचा शरद पवार से बगावत के बाद अजित पवार रविवार को बीजेपी और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) की सरकार में शामिल हो गए। उन्होंने महायुति यानी गठबंधन का ऐलान किया। इसके बाद अजित पवार को डिप्टी सीएम और उनके 8 समर्थक विधायकों को मंत्री की शपथ दिला दी गई। अजित पवार ने बुधवार को शक्ति प्रदर्शन कर अपना दमखम भी दिखा दिया। तभी से ‎‎शिंदे गुट के ‎‎विधायक परेशान चल रहे थे।